फतेहगढ़ साहिब: मंडी गोबिंदगढ़ के प्रीत नगर में एक लोहा कारोबारी फर्म के दफ्तर से गत 10 मार्च की शाम को शीशे पर गोली मारकर करीब 11.50 लाख रु पए की लूट में शामिल सात कथित आरोपियों को जिला फतेहगढ़ साहिब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि पुलिस घटना में शामिल दो अन्य कथित आरोपियों की तलाश जारी है। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से 3 पिस्तौल 32 बोर, 8 लाख रुपए की नकदी, एक बिना नंबर मोटरसाइकिल तथा घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट कार नंबर एचआर 26 सीडब्लू 0399 भी बरामद की है।
जानकारी देते एसएसपी शुभम अग्रवाल ने बताया कि इस लूट की घटना को लेकर गोबिंदगढ़ पुलिस थाना में मामला दर्ज किया गया था। जिला पुलिस ने इस लूट की घटना में एसपी (डी) राकेश यादव, डीएसपी (डी) निखिल गर्ग और डीएसपी अमलोह गुरदीप सिंह के नेतृत्व में विभिन्न तकनीकी, डिजीटल और ग्राऊंड टीमों का गठन किया गया। इन टीमों ने सराहनीय कार्य किया तथा 16.03.2025 को 2 कथित आरोपियों बसंत सिंह उर्फ रिंकू, निवासी रामवाला, पुलिस थाना मेहना, जिला मोगा तथा जयदीप सिंह, निवासी धुरकोट टालीवाल, पुलिस थाना मेहना, जिला मोगा को इस मामले में नामजद किया गया।
शुभम अग्रवाल ने बताया कि प्रारंभिक पुलिस पूछताछ में पता चला है कि 11 मार्च को मंडी गोबिंदगढ़ में हुई लूट की असल राशि साढ़े 15 लाख की बजाय साढ़े 11 लाख थी जोकि फर्म मालिकों द्वारा कैश टैली करने के बाद असल लूटी गई राशि का पता चला है। उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक विभिन्न स्थानों से 7 कथित आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि 2 कथित आरोपियों की तलाश जारी है। साथ आरापी मोगा जिला से संबंधित हैं।
पुलिस ने कथित आरोपी बसंत सिंह उर्फ रिंकू, निवासी रामावाला, पुलिस स्टेशन मेहना जिला मोगा, जय दीप सिंह, निवासी धुरकोट टाहलीवाला, पुलिस स्टेशन मेहना जिला मोगा, मनप्रीत सिंह उर्फ मनी, निवासी बाघीपुरा, पुलिस स्टेशन मेहना, जिला मोगा, गुरप्रीत सिंह उर्फ धोनी, निवासी रामूवाल कलां, पुलिस स्टेशन मेहना, जिला मोगा, उमा शंकर, निवासी हाउस नंबर 173, वार्ड नंबर 6, गली नंबर 19, बस्ती गोबिंदगढ़, जिला मोगा, अजय, निवासी बस्ती निजामदीन, वार्ड नंबर 3, पुलिस स्टेशन सिटी फिरोजपुर, जसपाल सिंह, निवासी बस्ती बाजीगर, राजिंद्र स्टेट के पास, मोगा, जिला मोगा, जबकि रैना निवासी रामूवाल कलां, पुलिस स्टेशन मेहना, जिला मोगा और आकाशदीप सिंह, निवासी मोगा की गिरफ्तारी लंबित है।
जिला पुलिस प्रमुख ने बताया कि पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी उमा शंकर और अजय एक दूसरे को जानते हैं और आरोपी अजय कुछ समय पहले मंडी गोबिंदगढ़ में किसी की पेमैंट लेने आया था, जिसके चलते उसे उक्त फर्म के बारे में सब कुछ पता था। कथित आरोपी बसंत सिंह ने विदेश में बैठे गैंगस्टर मनी भिंडर के माध्यम से हथियार और गाड़ी का प्रबंध करवाया था और घटना को अंजाम दिया था।