चंडीगढ़: दिल्ली एनसीआर के बाद चंडीगढ़ ट्राईसिटी उत्तर भारत का प्रगतिशील आईटी हब के रुप में उभर रहा है। चंडीगढ़ और पंजाब में विकसित हो रहे आईटी टैलेंट पूल के साथ सरकार आईटी क्षेत्र को प्रोत्साहित करने में नित नये प्रयास कर रही है। यह भाव पंजाब सरकार के रोजगार एवं प्रक्षिणिक और अक्षय उर्जा स्त्रोत मंत्री अमन अरोड़ा ने राजीव गांधी चंडीगढ़ आईटी पार्क स्थित आइटी बाय डिजाईन के उद्घाटन अवसर के दौरान पर कहे।
अमन अरोड़ा ने कहा कि कारपोरेट विशेषकर आईटी दिग्गजों ने चंडीगढ़ और ट्राईसिटी पर अपना फोकस बनाया है। पंजाब में भी आईटी प्रोफेशनल्स और प्रतिभाओं को निखारने की जरुरत है जिसके लिये कंपनियां मोहाली व अन्य शहरों में रुचि दिखाये। सिंगल विंडो क्लेरेंस और ईज आफ डुईंग बिजनैस इन कारपोरेट्स के लिये राह आसान बनायेगी।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के अधीन रोजगार के अवसरों, कौशल विकास और टेकनोलोजिकल इनोवेशन को मजबूती देने के लिये आईटी बाय डिजाईन (आईटीबीडी) ने अपने ग्लोबल विस्तार के चलते भारत में पांच मिलियन डालर्स का निवेश किया है । इसी कड़ी में आईटी पार्क स्थित यह नया आफिस चंडीगढ़ के आईटी टैलेंट पूल का लाभ पहुचाने में कारगर साबित होगा। अगले 12 माह के भीतर अपने वर्कफोर्स की संख्या 650 से बढ़ाकर 1200 से अधिक करने की योजना है।
आईटीबीडी ने अपने चंडीगढ़ आफिस को 200 सीटों वाली सुविधा से बढ़ाकर 800 से अधिक सीटों वाले अत्याधुनिक हब में बदल दिया है, जिससे उत्तर भारत में इसकी स्थिति मजबूत हुई है। इसके साथ कंपनी गुड़गांव में और विस्तार की योजना बना रही है। अगले माह कंपनी जर्सी सिटी न्यू जर्सी में अपने नये मुख्यालय में ट्रांसफर हो जायेगी
इस अवसर पर आईटीबीडी के वर्कफोर्स सिंगल यूज प्लास्टिक को खत्म करने और जैव खाद (बायो कम्पोस्टेबल) विकल्पों में बदलाव करने की शपथ भी ली। कंपनी अपनी वर्कफोर्स को सस्टेनेबिलिटी ट्रेनिंग देने की योजना बना रही है जिससे उन्हें ऑफिस के अंदर और बाहर दोनों जगह इको फ्रेंडली प्रैक्टिस को अपनाने के लिये प्रोत्साहित किया जा सके।
आईटीबीडी के सीईओ सनी कैयला ने अपने विस्तार पर कहा कि यह निवेश देश में इनोवेशन को बढ़ावा देने, आइटी टैलेंट को प्रोत्साहित करने और आईटी इकोसिस्टम में योगदान देने में अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। कंपनी अपनी वर्कफोर्स को दोगुना कर न केवल विकास के नये अवसर पैदा कर रहे हैं बल्कि दुनिया भर के एमएसपी को सशक्त बना रहे हैं।