सवेरा न्यूज;लुधियाना: आर्बट्रिेशन ने लुधियाना सिटी बस कंपनी को झटका दिया है। लुधियाना सिटी बस सर्विस लिमिटेड को सिटी बस का संचालन कर रही ऑप्रेटिंग कंपनी हॉरीजन ट्रांसवे कनैक्ट प्राइवेट लिमिटेड को बनती राशि का भुगतान करना होगा कयोंकि आर्बिट्रैशन ने बस ऑप्रेटिंग कंपनी की ओर से किए गए दावे को सही पाया है। आर्बिट्रेशन के फैसले के मुताबिक सिटी बस कंपनी को करीब साढ़े 5 करोड़ रुपयों का भुगतान करना होगा। वहीं, नगर निगम कमिश्नर संदीप ऋषि ने दावा किया है कि आर्बट्रिेशन की ओर से दिए गए फैसले को चुनौती दी जाएगी।
कांट्रेैक्टर के मुताबिक कंपनी की ओर से आर्बिट्रेशन में तर्क दिया गया था कि लुधियाना सिटी बस मैनेजमैंट ने समय-समय पर डीजल की दरों में हुई वृद्धि के मुताबिक किराए की दरों में संशोधन नहीं किया, जिस कारण उनकी कंपनी को करीब 5 करोड़ रुपए नुक्सान हुआ है। कोविड के दौर में चलाई गई सिटी बसों की एवज में करीब 24 लाख रुपयों की देनदारी भी नहीं गई। इसके अलावा आर्बट्रिेशन में चले केस पर भी उनका लाखों रुपए खर्च हुए हैं। कांट्रैक्ट के अनुसार आर्बट्रिेशन ने जुलाई 2019 से भुगतान की राशि 9 फीसदी सालाना ब्याज दर के साथ अदा करने के लिए सिटी बस कंपनी को हिदायत दी है। यह भुगतान तीन महीने के भीतर किया जाना है। अगर प्रशासन यह भुगतान तीन महीनों के भीतर करने में असफल रहता है तो ब्याज दर 9 फीसदी से बढ़कर 12 फीसदी देने योग्य होगी।
गौरतलब है कि लुधियाना सिटी बस सíवस तथा कांट्रैक्टर के बीच लंबे समय से कानूनी लड़ाई चल रही है। आप्रेटर का तर्क रहा है कि जब कंपनी ने सिटी बस चलाने का ठेका लिया था, जब डीजल की दरें काफी कम थी। हालांकि कांट्रैक्ट की शर्त में जिक्र है कि इंधन की दरों में इजाफा होता है तो सिटी बस के किराए की दरों में भी वृद्धि किए जाने का प्रावधान है, परंतु प्रशासन की ओर से समय रहते किराए की दरों में वृद्धि करने की सहमति नहीं दी गई, जिस कारण कंपनी को वित्तीय तौर पर नुक्सान ङोलना पड़ा। इसके अलावा और भी कई कारण रहे हैं, जिनकी वजह से उन्हें नुक्सान ङोलना पड़ा है।