चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने शुक्रवार को राजस्व सृजन बढ़ाकर और व्ययों का अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधन करके राज्य की वित्तीय सेहत सुधारने के लिए विश्व बैंक द्वारा वित्तपोषित बीएफएआईआर परियोजना पर कार्यक्रम संचालन समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की हैं।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य राज्य के वित्तीय प्रबंधन और संस्थागत क्षमता को बढ़ाना है। समय पर पूरा करने और दिशा-निर्देशों का पालन करने के महत्व पर जोर देते हुए वर्मा ने परियोजना की सफलता सुनिश्चित करने के लिए गहन सहयोग और सक्रिय उपायों का आह्वान किया। उन्होंने बेहतर सेवा वितरण और नगर निगम संस्थानों की क्षमता को मजबूत करने के लिए ई-गवर्नेंस प्लेटफॉर्म को लागू करने की आवश्यकता को रेखांकित किया।
मुख्य सचिव ने कहा कि इसका एकमात्र उद्देश्य राज्य के कल्याण और इसके लोगों की समृद्धि के लिए संसाधनों का इष्टतम उपयोग सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पंजाब की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके लिए वित्तीय विवेक अत्यंत महत्वपूर्ण है। वर्मा ने अधिकारियों से कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि राज्य सरकार का एक-एक पैसा पंजाब के कल्याण के लिए विवेकपूर्ण तरीके से इस्तेमाल किया जाए।
इससे पहले संबंधित विभागों के प्रशासनिक सचिवों ने प्रगति, वित्तीय प्रबंधन, क्षमता निर्माण और कार्यान्वयन के दौरान आने वाली चुनौतियों पर रिपोर्ट दी। बैठक परियोजना के लक्ष्यों को प्राप्त करने और वित्तीय जवाबदेही और संस्थागत लचीलापन बढ़ाने की प्रतिबद्धता के साथ संपन्न हुई।
बैठक में उपस्थित अन्य लोगों में सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विभाग के विशेष मुख्य सचिव राजी पी श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव वित्त अजय कुमार सिन्हा, प्रमुख सचिव शासन सुधार कृष्ण कुमार, सचिव स्थानीय सरकार अजय शर्मा, सचिव वित्त दीप्रवा लाकड़ा, सचिव योजना मलविंदर सिंह जग्गी, सचिव व्यय मोहम्मद तैय्यब, विश्व बैंक की कार्यक्रम प्रमुख भावना भाटिया और वरिष्ठ अर्थशास्त्री ध्रुव शर्मा शामिल थे।