जालंधर: पंजाब भाजपा के प्रधान सुनील जाखड़ को दल-बदलू की नई मिसाल बताते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि जाखड़ को दूसरों पर उंगली उठाने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। एक बयान में मुख्यमंत्री ने कहा कि गिरगिट की तरह रंग बदलने वाले जाखड़ दुष्प्रचार करने से पहले यह जरूर बताया करें कि वह कौन सी पार्टी की तरफ से बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जाखड़ ने पहले कांग्रेस के प्रदेश प्रधान होते हुए सत्ता का आनंद भोगा और जब सत्ता के गलियारों में उनकी साख घट गई तो भाजपा का दामन थाम लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जाखड़ को लगने लगा है कि लोकसभा मतदान में पंजाब में भाजपा को कुछ हासिल नहीं होगा तो वह अकाली दल के साथ गठजोड़ के लिए अनुरोध कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शायद जाखड़ ही ऐसे राजनीतिज्ञ हैं जो अपने राजनैतिक भविष्य की सालमती के लिए भाजपा के प्रधान होते हुए अकाली दल के प्रवक्ता बन कर घूम रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जाखड़ को लोगों के सामने कम से कम यह जरूर बताना चाहिए कि वह कौन सी पार्टी की तरफ से बोल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने जाखड़ को स्पष्ट शब्दों में कहा कि पंजाब के लोगों को मूर्ख न समझो।
पंजाबियों के साथ कभी कोई खेल न खेलो। बल्कि लोगों को जवाब दो कि आप पंजाब की बात करने की बजाय राज्य को बर्बाद करने वाली पार्टियों का प्रवक्ता बन कर क्यों घूम रहे हो। सत्ता की लालसा में आप पंजाब के मुद्दों को भुला कर अकाली दल के साथ भाजपा का गठजोड़ करवाने के लिए इतने उतावले क्यों हुए पड़े हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि विरोधी पार्टियां को दीवार पर लिखा पढ़ लेना चाहिए कि लोकसभा मतदान में पंजाबी राज्य के विकास के लिए सख्त प्रयास कर रही आम आदमी पार्टी के हक में स्पष्ट तौर पर जनादेश देंगे।