गुरदासपुर(अवतार सिंह): खुद को लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप का सदस्य बताकर इमिग्रेशन सेंटर के मालिक को विदेशी नंबर से कॉल कर 75 लाख रुपये की फिरौती मांगने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि पुलिस ने करीब 10 दिन में आरोपी के नंबर को ट्रेस कर उसे काबू कर लिया।
इस युवक ने फोन पर अपना नाम यासीन अख्तर बताया था और इमीग्रेशन सेंटर के मालिक संदीप सिंह कंग को धमकी दी थी कि अगर पैसे नहीं दिए तो उसे और उसके भाई हरमनप्रीत सिंह कंग को जान से मार दिया जाएगा। इसे तिबार थाने की पुलिस ने रंगदारी के दो लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया है।
यहां यह भी बता दें कि इमीग्रेशन सेंटर के मालिक का परिवार एनआरआई है और यहां अपना कारोबार चलाने आया है। उन्होंने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा था कि अगर इसी तरह की धमकियां मिलती रहीं तो उन्हें ऑस्ट्रेलिया वापस जाना होगा।
तिबड़ पुलिस स्टेशन के SHO अमृतपाल सिंह ने बताया कि गांव भंगवा के रहने वाले संदीप सिंह कंग, जो अपने बड़े भाई हरमनप्रीत सिंह कंग के साथ इमीग्रेशन कंसल्टेंट के तौर पर काम करते हैं, उन्होंने 9 दिसंबर को शिकायत दर्ज कराई थी कि बीती रात करीब साढ़े 9 बजे एक विदेशी ने फोन पर कॉल किया।
आरोपी ने मुझे बताया कि वह लॉरेंस बिस्नोई ग्रुप का सदस्य है और उसका नाम यासीन अख्तर है। फोन करने वाले ने उसे धमकी दी और 75 लाख की रंगदारी मांगी। उसने पैसे न मिलने पर उसे और उसके भाई हरमनजीत सिंह को जान से मारने की धमकी दी।