चंडीगढ़ : डॉ. जगमोहन सिंह राजू ने पीयूष गोयल काे पत्र लिख कर मांग की हैं, कि पंजाब में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में चल रहे घोटाले की सीबीआई जांच के आदेश दिया जाए। इस घोटाले में पंजाब के जरूरतमंद लोगों के लिए निर्धारित खाद्यान्नों की चोरी राज्य सरकार की मिली भगत से की जाती है। गरीब और जरूरतमंद लोगों के नाम पर करोड़ों सरकारी धन की हेराफेरी की जा रही है। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्नयोजना (पीएमजीकेएवाई) के तहत जनता को मुफ्त खाद्यान्न प्रदान करने का ऐतिहासिक गरीब समर्थक निर्णय लिया है। इस योजना के तहत राशन कार्ड में सूचीबद्ध प्रत्येक व्यक्ति प्रति तिमाही 15 किलो गेहूं मुफ्त पाने के लिए पात्र है।
हालांकि, अमृतसर मेंरा शन कार्ड धारकों को केवल 12 किलो ग्राम गेहूं दिया जा रहा है, हालांकि रिकॉर्ड पर 15 किलो ग्राम गेहूं जारी किया गया है।प्रति 3 किलो गेहूं की चोरी की जाती है और उसे काला बाजार में बेच दिया जाता है।जनता की शिकायत पर, मैंने व्यक्तिगत रूप से अमृतसर में कुछ पीडीएस राशन की दुकानों का दौरा किया है और पाया है कि वे केवल 12 किलो ग्राम गेहूं जारी कर रहे हैं, जैसा कि मीडिया में बताया गया है, यह भ्रष्टाचार अमृतसर के लिए विशिष्ट नहीं है। पूरे पंजाब में राज्य सरकार द्वारा केवल 12 किलो गेहूं जारी किया जाता है। 3 किलो ग्राम गेहूं की वित्तीय लागत 25 रुपये प्रति किलो ग्राम (गेहूं का बाजार मूल्य) के दर से यदि 1 करोड़ पात्र व्यक्तियों से गुणा की जाये तो इससे घोटाले की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है।