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फरिश्ते योजना: स्वतंत्रता दिवस पर पंजाब सरकार द्वारा 16 फरिश्तों को प्रशंसा पत्र और नकद इनाम के साथ सम्मानित किया जाएगा

चंडीगढ़: राज्य में दुर्घटनाओं के पीड़ितों की सहायता करने वाले व्यक्तियों के प्रयासों को मान्यता देने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुआई वाली पंजाब सरकार द्वारा अपनी प्रमुख ‘फरिश्ते’ योजना के तहत स्वतंत्रता दिवस-2024 के अवसर पर 16 फरिश्तों को सम्मानित किया जाएगा। यह जानकारी आज पंजाब के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री.

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चंडीगढ़: राज्य में दुर्घटनाओं के पीड़ितों की सहायता करने वाले व्यक्तियों के प्रयासों को मान्यता देने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुआई वाली पंजाब सरकार द्वारा अपनी प्रमुख ‘फरिश्ते’ योजना के तहत स्वतंत्रता दिवस-2024 के अवसर पर 16 फरिश्तों को सम्मानित किया जाएगा। यह जानकारी आज पंजाब के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डा. बलबीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि हादसे के पीड़ितों की जान बचाने में मदद करने वाले सभी फरिश्तों को उनके संबंधित जिला मुख्यालय पर प्रशंसा पत्र और 2000 रुपये के नकद इनाम के साथ सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर सम्मानित किए जाने वाले फरिश्तों में फतेहगढ़ साहिब से वरिंदर सिंह और जगतार सिंह; फरीदकोट से गुरुनायब सिंह और सुखचैन सिंह; जालंधर से अनु कुमार, राजिंदर कुमार और अभिषेक शर्मा; मोगा से हरपाल सिंह और रजनीत कौर; पठानकोट से नंद लाल; पटियाला से अर्जुन, गुरसेवक सिंह, हैप्पी, इकबाल सिंह, लवप्रीत और विनोद कुमार शामिल हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सभी डिप्टी कमिश्नरों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि इन फरिश्तों को उनके संबंधित जिला मुख्यालय पर स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान मान्यता दी जाएगी और नकद इनाम सीधे फरिश्तों के बैंक खातों में ट्रांसफर किए जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार ने सड़क हादसों में घायल होने वालों की मृत्यु दर को घटाने और उपलब्ध सरकारी/सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पतालों में त्वरित, निर्विघ्न इलाज की सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से यह फरिश्ते योजना शुरू की थी। उन्होंने बताया कि इस योजना में कुल 180 सरकारी और 313 प्राइवेट अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है।

उन्होंने कहा कि आम लोगों को आगे आने और दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने और पीड़ितों की जान बचाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए ऐसे “फरिश्तों” को नकद इनाम, प्रशंसा पत्र के साथ सम्मानित किया जा रहा है और उन्हें कानूनी उलझनों और पुलिस पूछताछ से छूट दी जाती है। उल्लेखनीय है कि यह योजना राज्य स्वास्थ्य एजेंसी (एस.एच.ए.) की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सी.ई.ओ.) बबीता कलेर की अगुआई और डिप्टी डायरेक्टर एसएचए-कम-नोडल अधिकारी फरिश्ते योजना शरणजीत कौर की देखरेख में सफलतापूर्वक चल रही है।

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