मानसा: भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा की अगुवाई पंजाब के कोने कोने से आए हजारों किसान मजदूरों और महिलाओं ने जिले के एसएसपी और डीसी दफ्तर के आगे रोष प्रदर्शन किया। धरने को संबोधित करते जत्थेबंदी के कार्यकारी प्रधान मनजीत सिंह धनेर ने मांग की कि कुलरियां के किसानों पर हमला करने वाले दोषियों पर धारा 307 तहत केस दर्ज कर उन्हें फोरन गिरफ्तार किया जाए और उनकी जमीन की मलकीयत के हक बहाल किए जाएं। उन्होंने कहा कि जत्थेबंदी एक साल से जाबते से संघर्ष लड़ रही है। कुलरियां गांव के किसानों और भाकियू डकौंदा गुट के प्रदेश नेताओं खिलाफ झूठे मुदकमें दर्ज किए गए है।
जब तक दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता और किसानों की जमीन के मालिकी हक बहाल नहीं किए जाते,तब तक संघर्ष जारी रहेगा। धरने के दौरान प्रशासन से चली बातचीत के बाद प्रशासन की ओर से डीएसपी बैंस ने धरने में ऐलान किया कि किसान सीता सिंह पर हमला करने के मामले में सरपंच खिलाफ धाराओं में बढ़ोतरी करने के अलावा उन्हें जल्द गिरफ्तार करने का विश्वास दिलाया। पुलिस थाना बरेटा में किसान लीला सिंह का ट्रैक्टर बिना शर्त छोड़ने का ऐलान किया। इसके अलावा कुलरियां गांव के किसान जिस प्रकार से दर्शकों से काशत कर रहे हैं, उसी प्रकार किसानों की मालिकी का हल बहाल करने का विश्वास दिलाया।
जत्थेबंदी के प्रदेश प्रैस सचिव अंगरेज सिंह मोहाली ने 8 अप्रैल को आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से चंडीगढ़ में की जा रही रैली में शमूलियत करने की अपील करते ऐलान किया कि संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल अन्य जत्थेबंदियों के सहयोग से साइलो कंपनी द्वारा खरीद नहीं होने दी जाएगी। प्रदेश कमेटी मेंबर कुलवंत सिंह किशनगढ़ और मक्खन सिंह भैणी बाघा ने कहा कि 21 मई को जगराव में की जा रही महापंचायत को सफल बनाने की अपील करते कहा कि जिस तरह भाजपा ने किसानों का दिल्ली में दाखिला बंद किया है।