चंडीगढ़। पंजाब विजीलेंस ब्यूरो ने अपनी जारी भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम के तहत तरनतारन जिले के गांव कालिया के पूर्व सरपंच हरजीत सिंह और गांव सकतरा के मनजीत सिंह को बाढ़ से प्रभावित किसानों और अन्य लोगों के लिए जारी मुआवजा फंड में से 20 लाख रुपये का गबन करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आज यहां जानकारी देते हुए विजीलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि ये गिरफ्तारियां वर्ष 2019 तक गांव कालिया के सरपंच रहे हरनंद सिंह द्वारा दी गई शिकायत की जांच के बाद की गई हैं।
शिकायत की जांच के दौरान यह पाया गया कि आरोपियों ने बैंक कर्मचारियों से मिलीभगत कर कुछ अयोग्य व्यक्तियों समेत लाभार्थियों के नाम पर फर्जी बैंक खाते खुलवाए थे। इसके बाद उन्होंने लाभार्थियों के खातों से जुड़े दस्तावेज अपने पास इस नीयत से रख लिए ताकि वे पंजाब सरकार द्वारा जारी राहत फंड को निकाल सकें और उसका दुरुपयोग कर सकें।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि राज्य के अधिकारियों ने इस गांव में फसलों आदि को हुए नुकसान के लिए कुल 30 लाख रुपये मुआवजे के रूप में स्वीकृत किए थे, जिसमें से आरोपियों ने 20,11,475 रुपये का गबन किया है।
उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण कानून के तहत विजीलेंस ब्यूरो के अमृतसर रेंज थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्हें कल सक्षम अदालत में पेश किया जाएगा और इस मामले की आगे जांच विजीलेंस ब्यूरो के तरनतारन यूनिट द्वारा की जा रही है।