पंजाब: आज चंडीगढ़ में किसान नेताओं और सरकार के बीत चौथे दौर की बैठक होने जा रही है। आपको बता दें कि इससे पहले हुई तीन दौर की बैठकों में किसी तरह की कोई सहमति नहीं बन पाई है। इसलिए यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि किसान संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा यह आशंका जताई जा रही है कि आज होने वाली बैठक बातचीत के दौर की आखिरी बैठक होगी। इसी के साथ आपको बताते चले कि आज होने वाली बैठक यह तय करेगी कि किसान दिल्ली की ओर बढ़ेंगे या पंजाब-हरियाणा की सीमाओं से अपने घरों को लौट जाएंगे।
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, “शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हमें छह दिन हो गए हैं और आज वार्ता भी हो रही है, जब सरकार से हमने वार्ता की है तो सरकार ने कहा कि हमें समय तो हम केंद्र के साथ उनके बड़े मंत्रियों से बात करके इसका हल निकालेंगे। जिस तरह आप जानते हैं कि 27 रुपये में हम प्रतिदिन गुजारा करते हैं। लगातार किसान और मजदूर की हालत बिगड़ रही है। जो हम लागत खर्चा लगा रहे हैं कि बीज, खाद, खेती मशीनगरी, मजदूर के खर्चों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन जो हमें फसलों के दाम दिए जाते हैं, वो हमें कभी भी उचित नहीं मिले। जैसे हम एमएसपी, कम से कम जो सहायता मूल्य दिया जाता है, इसके नाम से स्पष्ट होता है कि हमें कभी भी उचित नहीं मिला।”