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पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश में गैंगस्टर जस्सा हप्पोवाल गोली लगने से हुआ घायल

चंडीगढ़: पंजाब में जीरकपुर शहर के पीर मुछल्ला में बुधवार को पुलिस की हिरासत से भागने की कोशिश करने पर एक गैंगस्टर करणजीत सिंह उर्फ ??जस्सा हप्पोवाल के दोनों पैरों में गोली लगने से वह घायल हो गया।

पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने कहा कि एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने गैंगस्टर करणजीत सिंह हथकड़ी से अपने आप को छुड़ाने की कोशिश की और आवासीय क्षेत्र में भागने से रोकने के लिए उस पर दो गोलियां चलाईं। जिससे वह घायल हो गया। इस दौरान एजीटीएफ का एक अधिकारी भी घायल हो गया था।

करणजीत पाकिस्तान स्थित गैंगस्टर से खालिस्तानी आतंकवादी बने हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा का साथी और गैंगस्टर राजेश कुमार उर्फ सोनू खत्री गिरोह का संचालक है। पंजाब पुलिस ने इस महीने की शुरुआत में शहीद भगत सिंह नगर (पूर्व में नवांशहर) के रहने वाले करणजीत को राज्य में छह हत्याओं को अंजाम देने के बाद गिरफ्तार किया था। अक्टूबर में तीन दिनों में तीन सुपारी हत्याओं को अंजाम देने के बाद से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। उस पर हत्या के प्रयास और डकैती के आरोप हैं।

एजीटीएफ के अतिरिक्त महानिरीक्षक (एआईजी) संदीप गोयल ने कहा कि गैंगस्टर करणजीत को जुलाई में जीरकपुर में दर्ज हत्या के प्रयास के एक मामले की जांच के लिए पंजाब जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया था। उसने जीरकपुर में मेट्रो प्लाजा सिटी मार्केट के पास नवांशहर निवासी इंदरजीत सिंह और उसके दोस्त सतिंदरजीत सिंह को गोली मारी थी। हालांकि हमले में दोनों पीड़ति बच गए थे। ‘‘चूंकि वह एक निर्दयी हत्यारा है, एजीटीएफ उसके मामलों की जांच कर रहा है। हम उसे हथियार बरामद करने के लिए यहां लाए थे, जिसे उसके गिरोह ने ढकोली के पास एक सुनसान जगह पर छिपा दिया था। पीड़ति इंद्रजीत पर हमला करने से पहले करणजीत और उसके साथियों ने इलाके की रेकी की थी। जैसे ही हम उसे यहां लाए, उसने भागने की कोशिश की। पुलिसकर्मी दविंदर सिंह ने उसके हथकड़ी लगे हाथ को पकड़ रखा था। हमने चेतावनी देने के लिए गोली चलाई, लेकिन जब वह नहीं रुका तो हमने उसकी कमर के नीचे गोली मार दी। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।’’ डीएसपी बिक्रमजीत सिंह बराड़ ने कहा कि करणजीत के पास से एक .30 बोर की चीन निर्मित पिस्तौल के अलावा पांच कारतूस बरामद हुए हैं, जो उसने इंद्रजीत सिंह पर हमले के समय छुपाए थे। करणजीत अक्टूबर में जालंधर के भोजोवाल गांव में एक मां और एक बेटी की हत्या सहित छह हत्या के मामलों में शामिल था, जिसमें आरोपी ने उन्हें जलाने के लिए दोनों महिलाओं के शरीर और चेहरे पर मिट्टी का तेल भी डाला था। अपने विदेशी आकाओं के निर्देश पर, करणजीत चार लक्षित हत्याओं को अंजाम देने की साजिश रच रहा था और जब उसे गिरफ्तार किया गया।

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