kidnapping :माछीवाड़ा साहिब के नजदीकी गांव शताबगढ़ में एक व्यक्ति ने दिवाली के पटाखे देने के बहाने अपने पड़ोस में रहने वाले दो छोटे बच्चों का अपहरण कर लिया। बच्चों के पिता संजू ने पुलिस को बयान दिया कि वह शताबगढ़ गांव में एक किसान के घर में किराये पर रहता है और मेहनत मजदूरी करता है। उसके पड़ोस में दूसरे क्वाटर में अर्जुन उर्फ नन्नू बाबू निवासी सिमरी, वार्ड नं. 5 खहिला मिश्री, जिला खगड़िया, बिहार भी अपने बच्चों के साथ रहता था।
संजू के अनुसार उन दोनों में काफी प्रेम था और एक-दूसरे के घर काफी आना-जाना था। गत 31 अक्टूबर की दोपहर को अर्जुन उनके घर आया और कहा कि वह दिवाली का सामान और पटाखे खरीदने के लिए माछीवाड़ा साहिब जा रहा है और वह मेरे दोनों बच्चों को भी अपने साथ ले गया। मेरे दोनों बच्चे उसे मामा कहकर बुलाते है। उसने कहा था की वह उनके लिए भी पटाखे लेकर आएगा।
बच्चो के पिता ने बताया कि देर शाम जब अर्जुन और मेरे दोनों बच्चे घर नहीं लौटे तो मैंने उनकी तलाश की, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला। आख़िर में लापता बच्चों के पिता संजू ने माछीवाड़ा पुलिस को शिकायत दर्ज कराई, जिस पर पुलिस ने अर्जुन के खिलाफ मामला दर्ज कर बच्चों की तलाश शुरू कर दी है।
5 बच्चे गांव में छोड़े-
जानकारी के मुताबिक, पड़ोसी के 2 बच्चों का अपहरण करने वाले अर्जुन की पत्नी घटना से करीब 15 दिन पहले अपने प्रेमी के साथ भाग गई थी। वह समराला में अलग रहने लगी थी। अर्जन के 5 बच्चे उसके बगल वाले गाँव में रहते थे।
बड़ी पहेली यह है कि अपहरणकर्ता अर्जन पड़ोस में रहने वाले 2 बच्चों को तो ले गया लेकिन अपने 5 बच्चों को गांव में ही क्यों छोड़ गया। बेशक पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन हर पहलू से गहन जांच की जा रही है कि अर्जुन और बच्चों के साथ कोई हादसा तो नहीं हुआ या अपहरणकर्ता ने दिवाली के आसपास किसी तांत्रिक क्रिया के इरादे से अपहरण तो नहीं किया।
थाना प्रभारी ने क्या कहा ?
माछीवाड़ा थाना प्रमुख पवित्र सिंह ने बताया कि शताबगढ़ निवासी संजू ने शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उसने कहा है कि उसका पड़ोसी नन्नू उसके दो बच्चों को 31 अक्टूबर को पटाखे दिलाने के बहाने से माछीवाड़ा साहिब ले गया था, जिसके बाद वह वापस नहीं आया। संजू ने अपने सात-आठ साल के दोनों बच्चों जय और विजय को ढूंढने के लिए हर जगह तलाश की। जिस पर हमारी टीमें सीसीटीवी कैमरे की जांच कर रही हैं। जल्द ही बच्चों को ढूंढकर परिवार को सौंप दिया जाएगा।