लुधियाना: देश की राजधानी दिल्ली एक बार फिर से गैस चैंबर में बदल गई है। दिल्ली के आसमान पर प्रदूषम की एक मोटी चादर बन गई है जिसने लोगों के लिए कई समस्याएं खड़ी कर दी हैं और हेल्थ इमरजेंसी जैसे हालात पैदा हो गए हैं। इसी समस्या से निजात पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों दिल्ली सरकार कोल फटकार भी लगाई थी और राष्ट्रीय राजधानी में डीजल से चलने वाले वाहनों पर प्रतिबंध लगाने के आदेश भी दिए थे।
कोर्ट के इन्हीं आदेशों का पालन करते हुए दिल्ली की सरकार ने पंजाब समेट दूसरे राज्यों से दिल्ली में आने वाले BS-6 वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार की पाबंदी के बाद पंजाब से एयरपोर्ट पर जाने वाली सरकार की लग्जरी वोल्वो बसों के पहिये भी धम गए हैं। दिल्ली सरकार ने बीएस-6 मॉडल की वोल्वो बसों पर 14 दिसंबर तक दिल्ली में प्रवेश पर रोक लगाई है।
तय तारीख यदि हालात न सुधरे तो यह पाबंदी आगे भी बढ़ सकती है। कोर्ट के आदेश को सख्ती से लागू करते हुए दिल्ली सरकार ने कहा है कि यदि कोई बीएस-6 मॉडल दिल्ली में घुसा तो उस पर 20 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। इतना ही जुर्माने के साथ-साथ वाहन को जब्त भी कर लिया जाएगा।
यात्री होंगे परेशान
कोर्ट के आदेश के बाद सरकार जो प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए कदम उठाए हैं उससे एयरपोर्ट पर जाने वाले यात्रियों को खासी परेशानी उठानी पड़ सकती है। पंजाब में आने वाले अनिवासी भारतीयों (NRI) को अब दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचने के लिए अमृतसर या चंडीगढ़ से घरेलू उड़ान का सहारा लेना पड़ेगा या फिर दिल्ली तक ट्रेन और वहां से आगे एयरपोर्ट मैट्रों का सहारा लेना पड़ेगा।
रोडवेज को होगा प्रतिदिन 4.5 लाख का घाटा
पंजाब के सीमावर्ती जिला पठानकोट-अमृतसर से लेकर अन्य बढ़े शहरों से 30 से ज्यादा सरकारी वोल्वो बसें दिल्ली एयरपोर्ट पर जाती हैं। इनमें से अधिकतर BS-4 Model की हैं। इनमें से भी अधिकतर वोल्वो बसें लुधियाना से 12 और जालंधर से 6 चलती हैं। पंजाब रोडवेज के अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली एयरपोर्ट की बस सेवा बंद होने से ट्रांसपोर्ट को हर रोज करीब साढ़े 4 लाख का नुक्सान झेलना पड़ेगा।
अधिकारियों का कहना है कि एक महीने तक बसों के खड़े रहने से घाटे के साथ-साथ एयरपोर्ट पर आने-जाने वाले यात्रियों को भी परेशनी झेलनी पड़ेगी। अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली सरकार ने जो डीजल वाहनों पर रोक लगाई है उसका असर सामान्य बसों पर नहीं पड़ेगा उन पर फिलहाल कोई रोक नहीं लगाई गई है।