विज्ञापन

‘युद्ध नाशियां विरुद्ध’ अभियान के 26वें दिन पंजाब पुलिस ने 483 छापों के बाद 77 ड्रग तस्करों को किया गिरफ्तार

चंडीगढ़: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर राज्य से नशे की समस्या को खत्म करने के लिए चलाए जा रहे नशे के खिलाफ युद्ध “युद्ध नशियां विरुद्ध” को जारी रखते हुए पंजाब पुलिस ने बुधवार को 483 स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें 77 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया और राज्य भर में 55.

- विज्ञापन -

चंडीगढ़: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर राज्य से नशे की समस्या को खत्म करने के लिए चलाए जा रहे नशे के खिलाफ युद्ध “युद्ध नशियां विरुद्ध” को जारी रखते हुए पंजाब पुलिस ने बुधवार को 483 स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें 77 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया और राज्य भर में 55 प्राथमिकी दर्ज की गईं। इसके साथ ही, गिरफ्तार किए गए नशा तस्करों की कुल संख्या मात्र 26 दिनों में 4,114 तक पहुंच गई है। पुलिस टीमों ने गिरफ्तार किए गए नशा तस्करों के कब्जे से 1.1 किलोग्राम हेरोइन, 301 ग्राम अफीम और ₹13,570 ड्रग मनी भी बरामद की।

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देश पर राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में एक साथ यह अभियान चलाया गया।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस आयुक्तों, उपायुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के निर्देश दिए हैं। पंजाब सरकार ने नशे के खिलाफ जंग की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी का गठन भी किया है।

विशेष डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि 101 राजपत्रित अधिकारियों की निगरानी में 1,300 से अधिक पुलिसकर्मियों वाली 200 से अधिक पुलिस टीमों ने पूरे राज्य में छापेमारी की और दिनभर चले अभियान के दौरान 531 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की।

उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस ने एक व्यापक रणनीति तैयार की है और जब तक राज्य से नशे की समस्या का उन्मूलन नहीं हो जाता, तब तक ऐसे अभियान जारी रहेंगे।

विशेष डीजीपी ने आगे बताया कि राज्य सरकार द्वारा नशीले पदार्थों को खत्म करने के लिए तीन-आयामी रणनीति – प्रवर्तन, नशामुक्ति और रोकथाम (ईडीपी) को लागू करने के साथ, पंजाब पुलिस ने नशामुक्ति पहल के तहत चार व्यक्तियों को नशामुक्ति और पुनर्वास उपचार से गुजरने के लिए राजी किया है। इसके अतिरिक्त, रोकथाम प्रयासों के तहत राज्य भर में 114 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।

Latest News