बठिंडा (पंजाब): राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को पंजाब के बठिंडा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के दीक्षांत समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि नागरिकों के लिए एम्स का मतलब सबसे अच्छा और सबसे सस्ता इलाज है, और छात्रों के लिए एम्स का मतलब उच्च शिक्षा और शोध के लिए अच्छी सुविधाएं हैं।
उन्होंने कहा, “सस्ती कीमत पर उत्कृष्ट तृतीयक स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने तथा चिकित्सा क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देने के लिए देश में कई एम्स स्थापित किए गए हैं।”
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों को उपचार के साथ-साथ शोध और नवाचार में भी अग्रणी रहना चाहिए। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि 750 बिस्तरों वाला एम्स, बठिंडा कई स्पेशियलिटी और सुपर-स्पेशियलिटी विभागों के माध्यम से इस क्षेत्र के लोगों को संपूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहा है। उन्होंने एम्स, बठिंडा के सभी हितधारकों से अपने शोध और चिकित्सा सेवा के माध्यम से इसे चिकित्सा उत्कृष्टता के क्षेत्रीय केंद्र के रूप में विकसित करने की अपील की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनके शोध का फोकस वैश्विक और स्थानीय स्वास्थ्य मुद्दों को हल करने पर होना चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे समाज में डॉक्टरों को बहुत ऊंचा स्थान दिया गया है। उन्होंने जोर देकर कहा, “एक डॉक्टर से पेशेवर योग्यता के साथ-साथ करुणा, दया और सहानुभूति जैसे मानवीय मूल्यों की भी अपेक्षा की जाती है।”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डॉक्टरों को इस नैतिक जिम्मेदारी को समझने और उसके अनुसार काम करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि एक मेडिकल प्रोफेशनल के तौर पर कई बार उन्हें बहुत ही चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है। उन चुनौतियों का सामना करने के लिए उन्हें अपनी भावनाओं पर काबू रखना पड़ता है। उन्होंने डॉक्टरों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने, सही जीवनशैली अपनाने, योग और व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि ये सभी कदम उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ और सक्रिय रखने में मदद करेंगे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हरियाणा, चंडीगढ़ और पंजाब में कई कार्यक्रमों में भाग लेंगी। 12 मार्च को राष्ट्रपति चंडीगढ़ में पंजाब विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी।