होशियारपुर। पंजाब सरकार के‘ युद्ध नशे के विरूध’ अभियान के तहत पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को पूरे राज्य में ऑपरेशन सील-9 की शुरुआत की। इस अभियान के तहत जिला पुलिस ने 11 अंतरराज्यीय चौकियों पर विशेष जांच की, जिसके परिणामस्वरूप 66 वाहनों के चालान जारी किए गए और चार वाहनों को जब्त किया गया। अभियान के दौरान एनडीपीएस अधिनियम के तहत चार मामले दर्ज किए गए, जिसमें नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने संदिग्धों के पास से 80 ग्राम नशीला पाउडर, 356 नशीली गोलियां और 13,500 मिली अवैध शराब भी जब्त की है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संदीप कुमार मलिक ने सुबह हिमाचल प्रदेश की सीमा पर स्थित मंगूवाल पुलिस चौकी पर सुरक्षा जांच का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि अभियान का उद्देश्य पड़ोसी राज्यों से पंजाब में प्रवेश करते समय मादक पदार्थों की तस्करी, अवैध गतिविधियों और अन्य अपराधों में शामिल व्यक्तियों की पहचान करना और उन्हें पकड़ना है। मलिक ने बताया कि सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक विशेष जांच अभियान चलाया गया, जिसके दौरान राज्य की सीमा पर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए 150 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जिला पुलिस मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि मादक पदार्थों के पैसे से अर्जित की गई संपत्तियों को जब्त किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अब तक मादक पदार्थ विरोधी प्रवर्तन उपायों के तहत 25 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियां जब्त की जा चुकी हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि कल सक्षम अधिकारी से गढ़दीवाला निवासी सतपाल सिंह की 38 लाख रुपए की संपत्ति जब्त करने के आदेश प्राप्त हुए हैं, जो एनडीपीएस एक्ट के तहत मामलों का सामना कर रहा है। इस संबंध में आगे की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि अकेले 2025 में 80 मामले दर्ज किए गए हैं और नशीली दवाओं से संबंधित अपराधों के संबंध में 102 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिससे महत्वपूर्ण बरामदगी हुई है। उन्होंने नशीली दवाओं के तस्करों और अवैध नशीली दवाओं के व्यापार में शामिल लोगों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा, ‘‘किसी भी तरह की ढील नहीं दी जाएगी। नशीली दवाओं की तस्करी में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’’