Global Wetlands Day: पुष्पा गुजराल साइंस सिटी द्वारा जलगाहों को बचाने और स्थायी बनाने के लिए उत्साह पैदा करने के उद्देश्य से वैश्विक जलगाहों दिवस मनाया गया। यह दिन 1971 में हुए रामसर समझौते को लागू करने की याद को ताजा करता है। यह कार्यक्रम “हम सभी के साझा सुरक्षित भविष्य के लिए जलगाहों के संरक्षण” के विषय पर केंद्रित रहा और इस मौके पर पंजाब भर के विभिन्न जिलों से लगभग 150 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।
इस मौके संबोधित करते हुए साइंस सिटी के डायरेक्टर डॉ. राजेश ग्रोवर ने जलगाहों की देखभाल पर जोर देते हुए कहा कि जलगाहें जंगली जीवों और पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने के लिए दुनिया की सबसे उत्पादक पर्यावरण प्रणालियों में से महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने बताया कि इनकी मदद से जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से बचाव के साथ-साथ ताजे पानी के स्रोतों को भी सुरक्षित किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि सदियों से इन जल स्थलों ने रोजी-रोटी को बनाए रखने और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने के लिए मानव संस्कृति को एक आकार दिया है। डॉ. ग्रोवर ने जलगाहों की महत्ता पर चर्चा करते हुए कहा गया कि यह हमारी रोज़मर्रा की जिंदगी का अहम अंग हैं, जहाँ जलवायु परिवर्तन को घटाने के लिए कार्बन डाइऑक्साइड को स्टोर करने, कृषि, मछली पालन और पर्यटन के स्थानों के लिए जलगाहों की अहम भूमिका है।
वहीं जैविक विविधताओं, खासकर प्रवासी पक्षियों के आवास के लिए इनसे बेहतर कोई और उपयुक्त स्थान नहीं हो सकता। इसके अलावा, पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में भी इनका महत्वपूर्ण योगदान है, जैसे कि बाढ़ के पानी को रोकने के लिए ये प्राकृतिक अवरोध के तौर पर भी काम करती हैं। इसी तरह समुद्री तटों की रक्षा में भी इनकी अहम भूमिका है। इस मौके पर बच्चों पोस्टर बनाने के मुकाबले में आर्मी पब्लिक स्कूल ब्यास के हनान असरफ ने पहला, चनाकिय इंटरनेशनल स्कूल जालंधर की साक्षी ने दूसरा जब कि शिव जोती स्कूल जालंधर के आरियन कुमार ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।