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दिव्य बुद्धि के दाता और दिव्य दृष्टि के वरदाता है सदा शिव : अनीता दीदी

कुरुक्षेत्र/शाहाबाद: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय प्रभु अनुभूति भवन शाहाबाद में महाशिवरात्रि महोत्सव : एक आशा की किरण -महाज्योति से मिलन धूमधाम से मनाया गया। चंडीगढ़ से पधारी वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका एवं मोटिवेशनल स्पीकर राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी अनीता दीदी ने बताया कि परमात्मा शिव का अर्थ होता है कल्याणकारी परमात्मा। शिव ही ज्ञान के सागर, शांति के सागर, आनंद के सागर और प्रेम के सागर है, वही सब को पावन करने वाले, मनुष्य मात्र को शांति धाम तथा सुखधाम की राह दिखाने वाले, विकारों तथा काल के बंधन से छुड़ाने वाले और सब प्राणियों पर रहम करने वाले हैं।

वह दिव्य बुद्धि के दाता और दिव्य दृष्टि के वरदाता भी है मनुष्य आत्माओं को ज्ञान रूपी सोमरस अथवा अमृत पिलाने तथा अमर पद का वरदान देने के कारण सोमनाथ तथा अमर नाथ आदि नाम से उन्हें जाना जाता है। परमात्मा शिव ही एक ऐसी शक्ति है, जो जन्म मरण से सदा मुक्त है, सदा जागती जोत है, इसलिए परमात्मा शिव को सदाशिव कहा जाता है। परमपिता परमात्मा का दिव्य रूप एक ज्योति बिंदु के समान है। परमात्मा शिव को दिव्य चक्षु द्वारा ही देखा जा सकता है और दिव्या बुद्धि द्वारा ही अनुभव किया जा सकता है। परमात्मा शिव ज्योति बिंदु रूप है, इसलिए भारत वर्ष में शिवलिंग रूप में उनकी पूजा की जाती है और महाशिवरात्रि का पावन पर्व भी मनाया जाता है।

महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर हम सभी मनुष्य आत्माएं शिव मंदिर में जाते हैं और शिव जी के ऊपर कड़वी चीज अक, धतूरा, बेलपत्र आदि चढ़ाते हैं, जो कि वास्तव में हमारे अंदर की कड़वी बुराइयों का प्रतीक है। परमात्मा शिव के ऊपर हम कच्ची लस्सी चढ़ाते हैं, जो शीतलता का प्रतीक है। हम व्रत करते हैं, जो दृढ़ता का प्रतीक है अर्थात जो भी हम कमी, कमजोरी परमात्मा के आगे अर्पण करते हैं, वह अपने जीवन में हम दोबारा धारण नहीं करें। शिवरात्रि का पावन पर्व हमें यही संदेश देता है कि शिव एक ऐसी शक्ति है, जो हमारे अंदर से सब बुराइयों को लेकर हमारे जीवन को सद्गुणों से भरपूर कर देते हैं।

राजयोगिनी नीति दीदी ने बताया कि शिवरात्रि अर्थात कोई दिन और रात वाली रात्रि की बात नहीं है अर्थात शिवरात्रि अर्थात कि परमात्मा शिव कलयुग की रात्रि में इस धरती पर अवतरित होते हैं। कहा भी जाता है कि ज्ञान सूर्य जब प्रकट होते हैं, तो अज्ञानता का अंधकार हो जाता है। सढौरा से आई सुलोचना बहन और मुलाना से आई सुभद्रा बहन ने आए हुए अतिथियों का पुष्पगुच्छ और बैज मोतियों की माला पहना कर स्वागत और सम्मान किया। इस दौरान हरियाणा शुगरफैड के चेयरमैन एवं विधायक भ्राता रामकरण और स्टालवार्ट के चेयरमैन एवं भाजपा नेता संदीप गर्ग ने ब्रह्माकुमारीज द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न प्रकल्पों की मुक्त कंठ से सराहना की।

उन्होंने कहा कि हमें यहां आकर बेहद खुशी हुई हैं और सभी से अपील करते हैं कि यहां आकर सभी 7 दिन का राजयोग का कोर्स अवश्य करें और परमपिता परमात्मा की शक्ति का अनुभव करें और जीवन को बहुत ही शान्तिमय बनाएं। इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि अंबाला से गौरव हसीजा, एडवोकेट कमलेश गुप्ता, अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार न्याय परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जसबीर सिंह दुग्गल, कनाडा से आए अमित और भावना, भाविप के वरिष्ठ पदाधिकारी परमजीत पाहवा, जिला कष्ट निवारण समिति के पूर्व सदस्य बलदेव सिंह गाबा, सोम प्रकाश, विजय गर्ग, पवन गुप्ता एडवोकेट व प्रो सुनील गुप्ता सहित सभी अतिथियों ने दीप प्रज्‍जवलित और केक काट कर अपनी शुभकानाएं दी। कुमारी हर्षिता व कुमारी कोमल ने नृत्य प्रस्तुत कर शिव की महिमा और अतिथियों का स्वागत किया।

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