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नगर निगम में एक और घोटाले की उठी बू, कमिश्नर ने जांच बिठाई

लुधियाना: नगर निगम में एक और घोटाले की बू उठ रही है। फर्जी बिल तैयार कर मुलाजिमों के खातों से डी.ए किस्त (महंगाई भत्ते) के लाखों रुपए निजी खातों में ट्रांसफर करवाने के आरोप हैल्थ ब्रांच के मुलाजिमों पर लगे हैं। इस संदर्भ में शिकायत सोमवार को निगम कमिश्नर संदीप ऋषि के पास पहुंची है। भारतीय वाल्मीकि संघ की ओर से विक्की सहोता ने निगम कमिश्नर को शिकायत कर आरोप लगाया है नगर निगम के मिड्ढा चौक में तैनात क्लर्क ने साल 2023 में गैर कानूनी ढंग से बिल तैयार कर लाखों रुपए अपनी पत्नी तथा पहले से ही एक अन्य घोटाले में संलिप्त अन्य अपने साथियों के बैंक खातों में ट्रांसफर करवा दिए हैं।

विक्की सहोता ने दावा किया है कमिश्नर ने इस प्रकरण की जांच करवाने के लिए ज्वाइंट कमिश्नर नवनीत कौर बल को जिम्मेदारी लगाई है। उधर, नगर निगम में फर्जीवाड़े का एक और घोटाला सामने आने के बाद इस प्रकरण में संलिप्त मुलाजिमों में अफरा-तफरी मच गई है। चर्चा है कि अपने बचाव के लिए वे अपने आकाओं के साथ संपर्क साधने लगे हैं। गौर हो कि कुछ महीने पहले भी नगर निगम में तीन दर्जन से अधिक फर्जी मुलाजिमों के नाम पर करोड़ों रुपयों का गबन करने का मामला सामने आया था। इस प्रकरण में शामिल निगम कर्मियों पर एफ.आई.आर भी नगर निगम प्रशासन की ओर से करवाई गई थी। निगम कमिश्नर ने इस प्रकरण में और फर्जीवाड़ा होने का अंदेशा जताया था।

आगे की गई जांच में करीब दो दर्जन और फर्जी मुलाजिम होने की बात सामने आई थी। कहा जा रहा है कि उक्त मुलाजिमों के खिलाफ भी पुलिस के पास शिकायत भेज दी गई है, लेकिन इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की जा रही है। बता दें कि मुलाजिमों के एक और संगठन की शिकायत पर भी नगर निगम में हुए फर्जीवाड़े की जांच चल रही है। यह विवाद तब उठा था, जब कच्चे मुलाजिमों को पक्का किया जा रहा था और उम्र की शर्त लगाकर कुछ कर्मचारियों को रैगुलर करने पर रोक लगा दी गई। कुछ महीने पहले आरोप लगे थे, जिन मुलाजिमों की स्थायी नियुक्ति पर रोक लगी थी, उनमें से चुनिंदा कर्मियों को ही रैगुलर किया गया।

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