लुधियाना: वैश्विक मानवतावादी और आध्यात्मिक गुरु गुरुदेव श्रीश्री रवि शंकर आज से शुरू हुई अपनी 3 दिन की पंजाब यात्रा में सबसे पहले लुधियाना पहुंचे। गुरुदेव के प्रदेश आगमन पर आर्ट ऑफ लिविंग के हजारों अनुयायियों सहित कई गणमान्य लोगों ने उनका स्वागत किया। गुरुदेव के प्रवास के दौरान पंजाबवासियों को गान, ज्ञान और ध्यान के सत्र में भाग लेने का अवसर मिलेगा। शाम 5:30 बजे से गुरुदेव के सान्निध्य में लुधियाना के हरशिला रिसॉर्ट में एक विशेष आध्यात्मिक सत्र पल्र्स ऑफ विजडम का आयोजन किया गया. जिसमें 7000 से अधिक लोगों ने भाग लिया। पल्र्स ऑफ विजडम सभा को संबोधित करते गुरुदेव ने कहा कि जैसे मोर अपने पंख खोलकर नाचता है, वैसे ही हर व्यक्ति के भीतर परमात्मा प्रकट होकर नाचता है। हर घर में ध्यान होना चाहिए।
हम पिछले 40 वर्षों से ध्यान का प्रसार कर रहे हैं। आज ध्यान सभी की आवश्यकता है और इस वर्ष यूनाइटेड नैशंस द्वारा 21 दिसम्बर को अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस की घोषणा एक सराहनीय कदम है। गुरुदेव ने सभी भक्तों को 1000 वर्ष प्राचीन सोमनाथ ज्योतिलिर्ंग के विग्रहों के दर्शन भी करवाए। लुधियाना की इस यात्र के दौरान, शहर के 35 स्कूलों ने आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। स्कूलों में 25000 बच्चों को आर्ट एक्सेल और येस+ पाठ्यक्रम सिखाए जाएंगे। इस आयोजन में एसबीपी ग्रुप, पंजाब की नंबर-1 हाउसिंग कंपनी का विशेष सहयोग रहा।