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पार्सल खोलने से पहले होती थी वीडियो कॉल, ATM से भी वीडियो कॉल के दौरान ही निकलवाए जाते थे पैसे

चंडीगढ़: यूके में जालंधर से ऑपरेट किए जा रहे क्रैडिट कार्ड स्कैम में यूके में काम कर रहे गुर्गों तक पर विश्वास नहीं किया जाता था इसलिए उनकी पूरी मूवमैंट को वीडियो कॉल के जरिए वॉच किया जाता था। बता दें कि क्रैडिट कार्ड स्कैम में इतनी मोटी रकम शामिल होती थी जो कि एक बड़ा कारण है कि जालंधर से इस स्कैम को ऑपरेट कर रहे लोग अपने ही गुर्गों पर विश्वास नहीं करते थे। जानकारी है कि जैसे ही गुर्गों के पास पार्सल डिलीवर होते थे तो उन्हें जालंधर में वीडियो कॉल के दौरान पार्सल खोलने होते थे और पार्सल में आया कैश भी वीडियो कॉल के दौरान ही गिना जाता था।

यही नहीं, जब एटीएम मशीन से कैश निकलवाया जाता था उस दौरान भी गुर्गों को वीडियो कॉल पर पहले कार्ड में मौजूद कैश मशीन पर शो कराना होता था उसके बाद ही कैश निकलवाया जाता था। कई सालों से चल रहे इस स्कैम में यूके से लेकर जालंधर तक कई लोगों ने चांदी कूटी है। रकम मोटी होने के चलते ही स्कैम की हर मूवमैंट वीडियो कॉल में रिकॉर्ड भी की जाती थी ताकि कैश इकट्ठा होने पर हिसाब लगाया जा सके कि किस गुर्गे के पास कितना कैश मौजूद था। यूके में चल रहे नैटवर्क में कितने गुर्गे थे, इसका भी जल्द खुलासा किया जाएगा। वहीं मामले में जालंधर के विक्की और मोनू का भी नाम उभर कर आया था। इन दोनों का इस स्कैम से क्या लेना-देना है यह जांच का विषय है।

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