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चलना मुझे आपने सिखाया मेरे दोस्तो मैं जहां हूं आपने पहुंचाया मेरे दोस्तो!!

प्रिय पाठको, आज आपका प्रिय दैनिक सवेरा 13 वर्ष का हो गया तथा 14वें वर्ष में प्रवेश कर गया है। जब मैंने दैनिक सवेरा का प्रकाशन मां भगवती के आशीर्वाद से तथा आपके सहयोग की कामना के साथ प्रारम्भ किया था तो, मुझे मां भगवती पर पूरा भरोसा था कि दैनिक सवेरा आप सबके दिलों की धड़कन बनेगा। मुझे शत-प्रतिशत विश्वास था कि दैनिक सवेरा उत्तर भारत का नंबर वन दैनिक समाचारपत्र बनेगा। मुझे आप सब पर विश्वास था कि आप सब मेरा साथ देंगे तथा मैं अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लूंगा। परन्तु, मैं दिल की गहराईयों से यह कहना चाहता हूं कि जितने प्यार तथा सहयोग की मैंने उम्मीद की थी आपने उससे भी कहीं ज्यादा प्यार और सहयोग दिया मुझे। नि:संदेह इसके पीछे भी परमात्मा तथा देवी मां का ही आशीर्वाद है, लेकिन मैं दिल की गहराईयों से यह कहना चाहता हूं कि जो स्नेह आपने मुझे दे दिया है, उसके लिए मैं आपका सदैव ऋणी रहूंगा। मेरे माता-पिता का आशीर्वाद एवं मेरे भाई-बहनों तथा सब दोस्तों का भी पूरा सहयोग रहा मेरे साथ।

मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि भगवान ने ऐसे मुझे माता पिता, भाई-बहन तथा दोस्त दिए जो पग-पग पर मेरे साथ रहे और हमेशा मेरी पीठ पर हाथ रखा। मैंने जीवन में उद्योग तथा व्यापार में भी मित्रों तथा सहयोगियों के सहयोग से बहुत सी मंजिलें तय कीं लेकिन दैनिक सवेरा की शुरु आत मैंने किसी उद्योग अथवा व्यापार के रूप में नहीं की थी। मुझे इसे प्रारम्भ करने से पहले ही इस बात का आभास था कि मुझे इसमें आर्थिक हानि हो सकती है, लेकिन यह तो मेरा एक मिशन था, है और आगे भी जारी रहेगा। मुझे तो पत्रकारिता के गिरते हुए स्तर को ऊंचा उठाना था, मुझे तो निष्पक्ष पत्रकारिता की रक्षा करनी थी। मुझे तो पूरे समाज को बताना था कि पत्रकारिता व्यापार नहीं, बल्किपत्रकारिता तो एक आईना है, जिसका काम है समाज को सत्य दिखाना। उस आईने पर जो धूल पड़ती जा रही है मैंने उसे साफ करने के लिए दैनिक सवेरा का प्रकाशन प्रारम्भ किया था।

आज तक के सफर की बात करूं तो मैं कह सकता हूं कि अभी तक पूरी तरह तक बेशक धूल साफ नहीं हुई है लेकिन काफी हद तक मैं उस धूल को साफ करने में सफल हुआ हूं। दैनिक सवेरा अगर पंजाब का सबसे अधिक लोगों तक पहुंचने वाला समाचारपत्र बन गया है तो इसका स्पष्ट मतलब यही है कि पाठक अब निष्पक्ष समाचारपत्र को पसंद करते हैं। पत्रकारिता की दुनिया से जुड़े लोग जानते हैं कि पक्षपात करने वाले समाचारपत्रों की प्रसार संख्या घटी है तथा दैनिक सवेरा की प्रसार संख्या लगातार बढ़ रही है। लेकिन मुझे यह कहते हुए जरा भी संकोच नहीं है कि जहां तक आज हम पहुंचे हैं वहां तक पहुंचने में मेरे सभी संपादकों, पत्रकारों तथा अन्य सहयोगियों का भी बहुत बड़ा योगदान है। मैं अगर उनका आभार व्यक्त नहीं करूंगा तो मैं बहुत बड़ी गलती करूंगा। यही तो मेरी सबसे बड़ी शक्ति हैं तथा, दैनिक सवेरा की सफलता के पीछे इनकी मेहनत की बहुत बड़ी भूमिका है। सभी पाठकों का भी आभार, जिन्होंने दैनिक सवेरा को अपनाया तथा विशेष रूप से उनका जो हमारी गलतियां निकालकर भेजते हैं और हमें सुधारने का अवसर प्रदान करते हैं। जो लोग सुझाव भेजते हैं, उनका भी धन्यवाद तथा जो दूसरे लोगों को कहते हैं कि सबसे अच्छा तथा निष्पक्ष समाचारपत्र दैनिक सवेरा है, उसे पढ़ना शुरू करें, उनका भी आभार। हमारी सम्पूर्ण टीम के कठिन परिश्रम के चलते ही पाठकों ने दैनिक सवेरा की निष्पक्षता को स्वीकार किया और आपका दैनिक सवेरा न केवल पाठकों की पहली पसंद बन गया, न केवल प्रसार संख्या में अग्रणी हो गया बल्किविज्ञापनदाताओं को भी इसकी विश्वसनीयता का शीघ्र ही आभास हो गया।

ये कोई छोटी बात नहीं है कि आपके सहयोग से हम मंजिल-दर-मंजिल हासिल करते हुए आगे से आगे बढ़ते चले जा रहे हैं। प्रसार संख्या की मंजिल तय की, बेहतरीन प्रिंटिंग की मंजिल तय की, बेहतरीन मैगजीन पेज की मंजिल तय की, स्पोर्ट्स कवरेज में सबसे आगे रहने की मंजिल तय की, आर्टिकल पेज में निष्पक्ष रहते हुए सफलता की मंजिल तय की। अब तो अंग्रेजी दैनिक ‘द सवेरा टाइम्स’ का भी प्रकाशन सफलतापूर्वक चल रहा है तथा उसकी प्रसार संख्या में भी निरंतर वृद्धि हो रही है। खुशी इस बात की है कि जिस प्रकार आपने दैनिक सवेरा को प्यार दिया, उसी प्रकार आप लोग ‘द सवेरा टाइम्स’ से भी मोहब्बत कर रहे हैं। आज के दिन मेरे पास शब्द नहीं हैं कि मैं आप सबका आभार व्यक्त करूं। आभार तो मुझे मेरे सभी संपादकों, पत्रकारों, एजैंटों, हॉकरों और प्रबंधकों का भी करना है। मेरा परिवार तो मेरी सबसे बड़ी शक्ति है ही। जिस प्रकार से मंजिल-दर- मंजिल आप और मैं आगे बढ़ रहे हैं, उसके लिए आप सबका धन्यवाद तथा मां भवानी का शुकराना।

दैनिक सवेरा की वर्षगांठ पर आप सबको बधाई एवं शुभकामनाएं। भविष्य में भी अपना स्नेह मुझ पर तथा दैनिक सवेरा पर बरसाते रहें। चलना मुझे आपने सिखाया मेरे दोस्तो मैं जहां हूं आपने पहुंचाया मेरे दोस्तो!! – आपका, शीतल विज।

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