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‘रिंकू, रिंकू’ का नारा लगाते हुए ईडन गार्डन के दर्शकों ने मेरे रोंगटे खड़े कर दिए : Nitish Rana

कोलकाताः कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के कप्तान नीतीश राणा ईडन गार्डन्स पर दर्शकों के ‘रिंकू, रिंकू’ के नारे सुनकर खुश हुए और कहा कि प्रशंसकों की उत्साहपूर्ण जयकार इस बात को दर्शाती है कि बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को चल रहे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कितनी पहचान मिली है। 180 रनों का पीछा करते हुए, कोलकाता को आखिरी दो गेंदों पर दो रन चाहिए थे, रिंकू ने पंजाब किंग्स के खिलाफ केकेआर के लिए आखिरी गेंद पर चौका लगाकर एक और सनसनीखेज अंत प्रदान किया।

मैच के बाद की प्रस्तुति में रिंकू की सराहना करते हुए केकेआर के कप्तान ने कहा, ‘‘मैं बस उससे कहता रहता हूं, अपने आप में विश्वास करो क्योंकि तुमने जो हासिल किया है वह कुछ ऐसा है जो बहुत से लोग अपने जीवन में हासिल नहीं कर पाते हैं। यदि आप ऐसा कर सकते हैं, तो आप कुछ भी कर सकते हैं। । जब वह बल्लेबाजी कर रहे थे, तो स्टेडियम में दर्शकों की पूरी भीड़ ‘रिंकू, रिंकू’ के नारे लगा रही थी। इस साल उसने यही कमाया है। मेरे तो रोंगटे खड़े हो गए।’’ ‘‘मैं पिछले कुछ वर्षों से इस फ्रेंचाइजी में हूं, मैं ईडन की भीड़ को ‘रसेल, रसेल’ चिल्लाते हुए देखने का आदी हूं। लेकिन उन्हें ‘रिंकू, रिंकू’ चिल्लाते हुए सुनने से मुङो बहुत खुशी होती है। यह उनका सम्मान है। जो उन्होंने इस सीजन में अर्जित किया है।’’

केकेआर की जीत में राणा ने 38 गेंदों पर 51 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली जिसके बाद आंद्रे रसेल (23 गेंदों पर 42 रन) और रिंकू ने अंतिम प्रहार करते हुए केकेआर के लिए सीजन का पांचवां मैच जीता। मैच में केकेआर के प्रदर्शन के बारे में बोलते हुए, राणा ने कहा कि वेंकटेश अय्यर अपनी चोट से थोड़ा संघर्ष कर रहे थे और उनके बीच एक बड़ा ओवर निकालने की कोशिश करने के बारे में बातचीत हुई थी। उन्होंने जोरदार पारी के लिए रसेल की सराहना की और उल्लेख किया कि 10 मैच हो गए हैं और वह रसेल से कहते रहे कि वह उन्हें बड़ी जीत दिलाएंगे। ‘‘जब मैं बल्लेबाजी कर रहा था तो मैं एक छोर थामना चाहता था। वेंकी के टखने में समस्या थी इसलिए हम एक बड़ा ओवर पाने की कोशिश कर रहे थे। 10 मैच हो चुके हैं, हम सभी रसेल की उस एक पारी के आने का इंतजार कर रहे थे। वह एक पारी दूर थे, मैं उनका समर्थन करता रहा और कहता रहा कि आपने बहुत कुछ किया है और आप 100 फीसदी हमें मैच जिताएंगे।’’

‘‘यह पिच घरेलू फायदे का अहसास भी था। हमारे गेंदबाजों ने डेथ ओवरों में खराब गेंदबाजी की, मैं गुस्से में था कि हमने उन्हें इतने रन दे दिए जबकि यह 160-165 रन का विकेट था।’’ इस जीत ने केकेआर को 10 टीमों की स्टैंडिंग में पांचवें स्थान पर पहुंचा दिया और प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए उनकी चुनौती को नया जीवन दे दिया।

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