नागपुरः छह महीने के अंतराल के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर रहे भारतीय हरफनमौला रवींद्र जडेजा ने पहले टेस्ट की पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के पांच विकेट चटकाने के बाद गुरुवार को कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में अपने प्रवास के दौरान 10-12 घंटे गेंदबाजी की, जो उनके लिये मददगार साबित हुआ। जडेजा ने मैच के बाद कहा, कि ‘ मैं अपनी गेंदबाजी से बेहद खुश हूं। मैंने इसका आनंद लिया। पांच महीने बाद टेस्ट क्रिकेट खेलना मुश्किल होता है। मैंने इससे पहले लंबे समय बाद प्रथम श्रेणी (रणजी) मैच खेलना था, जहां मैंने करीब 42 ओवर गेंदबाजी की थी।’’
उन्होंने कहा, कि ‘इससे मुझे यहां आकर टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए काफी आत्मविश्वास मिला। पिच में बिल्कुल उछाल नहीं था, मैं सीधी गेंदबाजी करने की कोशिश कर रहा था। मैं जब बेंगलुरु में एनसीए में था, तब मैं अपनी गेंदबाजी पर बहुत काम कर रहा था। मैं रोज़ 10-12 घंटे गेंदबाजी करता था जो मेरे लिये बहुत मददगार साबित हुआ। मैंने अपनी लय पर काम किया क्योंकि मैं जानता था कि मुङो टेस्ट मैच खेलना है और लंबे समय तक गेंदबाजी करनी है।’’
घुटने की चोट से उबरने के बाद मैदान पर लौटे जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दमदार वापसी करते हुए स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन सहित पांच बल्लेबाजों को आउट किया। उनकी और रविचंद्रन अश्विन (42/3) की खतरनाक गेंदबाजी के दम पर भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पहले दिन सिर्फ 177 रन पर ऑलआउट कर दिया। भारत ने रोहित शर्मा (56 नाबाद) के अर्धशतक के दम पर एक विकेट गंवाकर 77 रन बना लिए हैं और वह ऑस्ट्रेलिया की बढ़त समाप्त करने से सिर्फ 100 रन दूर है।