Site icon Dainik Savera Times | Hindi News Portal

एक्शन में बदलाव से आई गेंदबाजी में धार : Kuldeep Yadav

कोलंबोः पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप सुपर फोर मुकाबले में भारत की जीत में अहम योगदान देने वाले चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने कहा कि गेंदबाजी ऐक्शन में तकनीकी बदलाव और आक्रामक लय ने उनकी गेंदबाजी में सुधार किया है। बाएं हाथ का यह कलाईयों का स्पिनर इस साल भारत के लिए सबसे अधिक 27 वनडे विकेट ले चुका है। पाकिस्तान के ख़लिाफ़ हुए एशिया कप के सुपर-4 मैच में कुलदीप ने पांच विकेट चटकाए थे। कुलदीप ने कहा, ‘‘ मेरी सर्जरी को हुए 1.5 साल हो गए हैं। अब मेरा रन-अप सीधा हो गया है और मैं गेंदबाज़ी लय में अधिक आक्रामक नजर आता हूं। पहले गेंद फेंकते वक़्त मेरा दाहिना हाथ गिर जाता था, लेकिन अब नियंत्रण में और बल्लेबाज के सामने रहता है।

इसके बावजूद मैं अपनी स्पिन और ड्रिफ़्ट नहीं खोता हूं और मेरी गति भी अब बढ़ी है। इन सब चीज़ों के एक साथ होने से मुङो काफ़ी मदद मिली है। अगर कोई लेग स्पिनर गुड लेंथ पर गेंदबाजी करता है तो उसके विकेट लेने के मौक़े बढ़ जाते हैं। अगर आप लेग स्पिनर हैं तो आप कुछ ख़राब गेंद भी फेकेंगे, लेकिन इससे आपको विकेट मिलने का भी मौका बढ़ता रहेगा।’’ कुलदीप ने भारत के पाकिस्तान के खिलाफ 228 रन के रिकॉर्ड जीत में 25 रन देकर 5 विकेट लिए और पाकिस्तानी टीम को सिर्फ 128 पर ऑलआउट कर दिया। मैच के बाद कुलदीप ने कहा कि ऐक्शन में बदलाव के बावजूद भी वह अपना फ़्लाइट और ड्रिफ़्ट नहीं खोना चाहते हैं और लेग ब्रेक व गुगली को मिक्स कर बल्लेबाज़ों को परेशान करना चाहते हैं।

उन्होंने कहा, कि ‘ सर्जरी के बाद मैं लगभग पांच महीने तक क्रिकेट से दूर रहा। उस समय बहुत लोगों ने मुझे बहुत सलाह दिए, लेकिन मैं एक चीज पर कायम था कि मुझे अपना ड्रिफ़्ट नहीं खोना है। तीन महीने के रिहैब के बाद एनसीए में मेरे फजियाें आशीष कौशिक ने ऐक्शन में बदलाव की सलाह दी और कहा कि इससे मेरे घुटनों का भार कम होगा। मैंने फिर अपने ऐक्शन पर काम किया और अपनी गेंदबाजी लय को और तेज बनाया। इसके बाद मैंने कानपुर में अभ्यास मैच खेले और देखा कि बल्लेबाज़ों को इससे परेशानी हो रही है। फिर मैं भारतीय टीम में लौटा लेकिन वेस्टइंडीज़ के दौरे पर अपना लय नहीं प्राप्त कर पाया।

आईपीएल में भी मुझे मेरा लय नहीं मिल रहा था। कुल मिलाकर नए ऐक्शन में लय पाने में मुझे छह से सात महीने लग गए।’’ पांच विकेट के बाद कुलदीप ने कहा, ‘‘ जब मैं संन्यास लूंगा, तब मैं याद करूंगा कि मैंने पाकिस्तान के ख़लिाफ़ पांच विकेट लिया था। यह एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि वे स्पिन को अच्छा खेलते हैं। अगर आप किसी ऐसे टीम के खिलाफ अच्छा करते हैं, जो उपमहाद्वीप में स्पिन अच्छा खेलती है, तो उससे आपको प्रेरणा मिलती है।’

Exit mobile version