अहमदाबादः ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट में घरेलू सरजमीं पर अपना पहला टेस्ट शतक जड़ने वाले युवा भारतीय सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने कहा कि वह बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की अब तक की बल्लेबाजी की सबसे अनुकूल पिच पर ढीले शॉट नहीं खेलने के लिए प्रतिबद्ध थे। गिल ने शनिवार को यहां खेल के तीसरे दिन 235 गेंद में 128 रन की पारी खेली।
‘बीसीसीआई.टीवी’ पर डाले गए वीडियो में गिल ने अपने साथी खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा को दिए साक्षात्कार में कहा, कि ‘ईमानदारी से कहूं तो मैं सोच रहा था कि मुझे नहीं पता कि मुझे इस तरह का विकेट दोबारा कब मिलेगा। मैं खराब शॉट खेलकर इस मौके को गंवाना नहीं चाहता था। यही मेरे दिमाग में चल रहा था।’’ उन्होंने कहा, कि ‘भारत में टेस्ट शतक बनाकर बहुत अच्छा लगता है। यह मेरा पहला शतक (स्वदेश में) है और इसे भारत में आईपीएल के अपने घरेलू मैदान पर बनाना शानदार है।’’
गिल ने 2023 में स्वप्निल प्रदर्शन करते हुए सभी प्रारूप में में शतक बनाए हैं। उनका पहला टेस्ट शतक दिसंबर 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव टेस्ट में आया था। तीसरे दिन के खेल के दौरान स्पिनरों को कुछ मदद मिल रही थी। गिल ने कहा कि उनकी रणनीति स्पिनरों के खिलाफ सतर्कता बरतने और इसकी भरपाई तेज गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामकता दिखाकर करने की थी।
उन्होंने कहा, कि ‘मैं स्पिनरों के खिलाफ खुद को रोक रहा था और मैं तेज गेंदबाजों के खिलाफ भी ऐसा नहीं कर सकता था। आपको इसे संतुलित करना होगा और मैं यही करने की कोशिश कर रहा था।’’ गिल ने कहा, कि ‘मैं सकारात्मक होने की कोशिश कर रहा था और एक रन लेने तथा खराब गेंद पर रन बनाने का इंतजार कर रहा था।’’ गिल और पुजारा की जोड़ी ने मिलकर दूसरे विकेट के लिए 113 रन जोड़े।