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उम्मीद है Shreyas Iyer इस साल खेल सकेंगे : कोच Chandrakant Pandit

कोलकाताः कोलकाता नाइट राइडर्स के मुख्य कोच चंद्रकांत पंडित को उम्मीद है कि उनकी टीम के कप्तान श्रेयस अय्यर कमर की चोट से उभरकर इस साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में हिस्सा ले सकेंगे। चंद्रकांत ने कहा, कि ‘मैंने जो भी थोड़ा बहुत क्रिकेट खेला है या कोचिंग दी है उसमे मैं टीम की अनुपलब्धता जैसी चीजों से कभी पीछे नहीं हटता। श्रेयस की अनुपस्थिति से फर्क पड़ेगा क्योंकि वह टीम के लिये महत्वपूर्ण है, लेकिन यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है की वह टूर्नामेंट के शुरुआती दौर का हिस्सा नहीं हैं। हम उम्मीद कर रहे हैं कि श्रेयस बहुत जल्द वापस आएंगे और इससे टीम पर बहुत फर्क पड़ेगा।’’ अय्यर कमर में बार-बार उठने वाले दर्द के कारण टूर्नामेंट के शुरुआती हिस्से से बाहर हो गये हैं जबकि उनकी वापसी को लेकर फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। नतीजतन, केकेआर ने आगामी सत्र के लिये नीतीश राणा को अपना कप्तान नामित किया है।

चंद्रकांत ने कहा, कि जब हम खिलाड़यिों का चयन करते हैं और खिलाड़यिों को जिम्मेदारी देते हैं, तो हम देखते हैं कि कौन सक्षम है और मुङो लगता है इसके लिये नीतीश सक्षम है। वह लंबे समय से केकेआर के साथ है और उसका घरेलू रिकॉर्ड भी मजबूत है। मैं जानता हूं कि वह यह जिम्मेदारी निभा सकता है। हर खिलाड़ी का कौशल अलग होता है और नीतीश का कौशल देखकर हम अपने फैसले को लेकर निश्चत हैं।’’ राणा की तरह चंद्रकांत भी पहली बार केकेआर की अगुवाई करेंगे। घरेलू क्रिकेट में सफलता हासिल कर चुके चंद्रकांत इस नई चुनौती के लिए तैयार हैं।

उन्होंने कहा, कि ‘चुनौतियां हर जगह हैं। यह भी एक है, लेकिन यह एक अलग तरह की चुनौती है। घरेलू क्रिकेट के बाद यहां आना जहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुभवी खिलाड़ी हैं, एक अलग चुनौती है। मैं पहले ही कह चुका हूं कि हमारे पास जो खिलाड़ी हैं, उनमें से कई अपने देश के लिए खेल रहे हैं। अंतत: खेल अलग नहीं है, केवल प्रारुप अलग है। जब तक कोई भी टीम एक इकाई के रुप में खेलेगी, तो सफल होगी।’’ इस बीच, राणा ने कहा कि वह कप्तानी के बोझ को लेकर चिंतित नहीं हैं क्योंकि वह अतीत में भी केकेआर के ड्रेसिंग रुम में एक अग्रणी की भूमिका निभा चुके हैं।

राणा ने कहा, कि ‘मेरे लियेएयह कोई नई बात नहीं है, मैं कुछ सालों से इस फ्रेंचाइजी में अगुआ की भूमिका निभा रहा हूं। इस बार सिर्फ कप्तान का ठप्पा लगा है। अगर मैं इस पर अतिरिक्त दबाव लूंगा तो मेरा खेल संभावित रुप से खराब हो सकता है। यह कोई वास्तविक भय नहीं है। हां, जब आप पहली बार कुछ नया करते हैं तो थोड़ा अतिरिक्त दबाव होता ही है। लेकिन मैंने लगभग 100 मैच खेले हैं, और एक बात मुङो पता है कि मैं दबाव में कामयाब होता हूं और मैं अपने इस नई भूमिका को अपना रहा हूं।’’ अय्यर की गैरमौजूदगी में भले ही केकेआर के पास अनुभवी भारतीय खिलाड़ियों की कमी होगी, लेकिन राणा वरिष्ठ विदेशी खिलाड़यिों से मदद ले सकेंगे।

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