रांची: प्रतिष्ठित महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी रांची 2023 के शुरू होने में सिर्फ एक सप्ताह बचा है। इस बीच भारतीय हॉकी टीम की खिलाड़ी सलीमा टेटे, निक्की प्रधान और संगीता कुमारी, जो झारखंड की रहने वाली हैं वो घरेलू प्रशंसकों के सामने शानदार प्रदर्शन करने के लिए उत्साहित हैं। 27 अक्टूबर से 5 नवंबर तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में भारत जापान, चीन, कोरिया, मलेशिया और थाईलैंड के साथ प्रतिस्पर्धा करेगा। टूर्नामेंट में सविता टीम का नेतृत्व करेंगी और दीप ग्रेस एक्का उनकी डिप्टी होंगी। भारत टूर्नामेंट में अपने अभियान की शुरुआत 27 अक्टूबर को थाईलैंड के खिलाफ करेगा।
भारत की फारवर्ड खिलाड़ी संगीता ने प्रमुख टूर्नामेंट के लिए रांची लौटने पर उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, ‘मैंने अपना पहला टूर्नामेंट रांची में तब खेला था जब मैं अंडर-14 टीम में थी और हमने हॉकी झारखंड के लिए कांस्य पदक जीता था। बाद में, मैंने यहां सब जूनियर स्तर पर भी खेला।’ संगीता ने कहा, ‘हालांकि, यह रांची में इतने बड़े अंतर्राष्ट्रीय आयोजन में प्रतिस्पर्धा करने का मेरा पहला मौका होगा। मैं घरेलू प्रशंसकों के सामने जाने का इंतजार नहीं कर सकती, जो अपना समर्थन दिखाने के लिए भारी संख्या में आएंगे।‘
थाईलैंड के खिलाफ अपने पहले मैच के बाद, भारत 28 अक्टूबर को मलेशिया से भिड़ेगा। भारत अपने तीसरे गेम में 30 अक्टूबर को चीन से भिड़ेगा और फिर 31 अक्टूबर को जापान से भिड़ेगा। भारत अपना अंतिम पूल गेम 2 नवंबर को कोरिया के खिलाफ खेलेगा। टूर्नामेंट का सेमीफाइनल और फाइनल क्रमश: 4 और 5 नवंबर को खेला जाएगा। इस बीच, डिफेंडर निक्की, जो पहले ही भारत के लिए 150 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय कैप अर्जति कर चुकी हैं उनहोंने कहा कि टूर्नामेंट से राज्य के युवा खिलाड़ियों को मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, ‘मुझे खुशी है कि हॉकी इंडिया और झारखंड सरकार ने यहां रांची में इस तरह के एक प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का आयोजन करने का फैसला किया है। राज्य में हॉकी बढ़ रही है, और यह टूर्नामेंट खेल के उत्थान को और बढ़ावा देगा। जल्द ही, वह समय आएगा जब हमारा राज्य अपने सर्वश्रेष्ठ हॉकी खिलाड़ियों के कारण जाना जाएगा। राज्य में हमारे युवा खिलाड़ियों को भी इस टूर्नामेंट से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।’
निक्की ने यह भी खुलासा किया कि उनके परिवार के सदस्य रांची में भी अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खेलते हुए देखने के लिए उत्सुक हैं और उन्हें उम्मीद है कि टूर्नामेंट शुरू होने के बाद वे स्टेडियम को पैक कर देंगे। यह महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी का सातवां संस्करण होगा। भारतीय टीम ने 2016 में खिताब जीता और 2018 में उपविजेता रही। इसलिए, टीम का लक्ष्य अच्छा प्रदर्शन जारी रखना और पोडियम पर समाप्त करना होगा। मिडफील्डर सलीमा ने कहा कि भारतीय टीम को इस बात से फायदा होगा कि वे पहले भी रांची की परिस्थितियों में खेल चुके हैं। हमारी टीम के तीन सदस्य झारखंड में हॉकी खेलकर बड़े हुए हैं और वे सभी रांची के माहौल और परिस्थितियों से अच्छी तरह वाकिफ हैं।