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action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /var/www/dainiksaveratimescom/wp-includes/functions.php on line 6114नवी मुंबईः भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर चाहती हैं कि महिला क्रिकेट में अधिक से अधिक टेस्ट आयोजित किए जाएं और बुधवार को उन्होंने स्वीकार किया कि इसे वास्तविकता बनाने के लिए भारत को निरंतर प्रदर्शन से मुख्य भूमिका निभानी होगी। करीब 9 साल के बाद भारत घरेलू सरजमीं पर एक टेस्ट मैच खेलेगा जिसमें टीम का सामना यहां डी वाई पाटिल स्टेडियम में इंग्लैंड से होगा। भारत ने अपने मैदान पर अंतिम टेस्ट मैच नवंबर 2014 में मैसूर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था।
हरमनप्रीत ने मैच की पूर्व संध्या पर मीडिया से कहा, कि ‘महिला क्रिकेट के बारे में बात करें तो भारत में इसमें दिन प्रतिदिन सुधार हो रहा है। काफी लोग मैच देखने आ रहे हैं जो हमने पिछले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भी देखा।’’ उन्होंने कहा, कि ‘दुनिया में हर कोई भारत में खेलना चाहता है। क्रिकेट की बात की जाए तो भारत में चीजें तेजी से बदल रही हैं। काफी लोग इसे पसंद कर रहे हैं और हम भी सुधार करने की कोशिश कर रहे हैं। हमारे पास महिला क्रिकेट को ऊंचाई तक ले जाने का मौका है।’’
हरमनप्रीत ने कहा, कि ‘मैं जानती हूं कि जब महिला क्रिकेट की बात आती है तो काफी कुछ भारतीय क्रिकेट टीम पर निर्भर करता है। जिस तरह से भारत में महिला क्रिकेट को लेकर दृष्टिकोण बदल रहा है तो उसे देखते हुए निश्चित रूप से लगता है कि हमारे हाथ में काफी कुछ है।’’ भारतीय टीम सितंबर 2021 के बाद टेस्ट में वापसी कर रही है और हरमनप्रीत ने कहा कि बतौर खिलाड़ी उनकी इच्छा है कि वे ज्यादा से ज्यादा लंबे प्रारूप के मैच खेलें लेकिन इस पर अंतिम फैसला प्रशासकों को ही लेना होगा।
उन्होंने कहा, कि ‘खिलाड़ी के तौर पर हम ज्यादा से ज्यादा टेस्ट मैच खेलना चाहते हैं। पर फैसला आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) और बोर्ड (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) को ही लेना है।’’ इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में हरमनप्रीत का टखना मुड़ गया था लेकिन अब वह बेहतर महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा, कि ‘इसमें थोड़ी सूजन थी लेकिन अभी मैं बेहतर महसूस कर रही हूं।’’ 3 दिन के ब्रेक के बाद सफेद गेंद के प्रारूप से लाल गेंद के प्रारूप में खेलना खिलाड़ियों के लिये चुनौतीपूर्ण होगा।
उन्होंने कहा, कि ‘मैं जानती हूं सफेद गेंद का क्रिकेट खेलने के बाद यह थोड़ा चुनौतीपूर्ण होगा। गेंदबाजी इकाई को तैयारी के लिए 10-15 दिन मिले। वे समझती हैं कि लाल गेंद किस तरह बर्ताव करती है। बल्लेबाजी और गेंदबाजी इकाई के तौर पर हमने जितना हो सकता था, उसे कवर करने की कोशिश की है।’’ वह टेस्ट मैच में पहली बार देश का प्रतिनिधित्व कर रही हैं तो वह थोड़ी नर्वस हैं। हरमनप्रीत ने कहा, कि ‘आप भले ही कितने ही मैच खेल चुके हों, आप नर्वस महसूस करते ही हो। जब आप मैदान में उतरते हो तो उत्साह और घबराहट हमेशा बनी रहती है। जब आप एक गेंद खेलते हो, उसके बाद ही यह थोड़ा कम होता है।’’