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हमारे बल्लेबाज बड़ा स्कोर बनाने में रहे हैंं असफल : कोच Ajit Agarkar

नई दिल्लीः दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाजी कोच अजीत आगरकर ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में गुजरात जायंट्स के हाथों मिली छह विकेट की हार के बाद स्वीकार किया है कि उनके बल्लेबाज अब तक टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके हैं। अरुण जेटली स्टेडियम पर मंगलवार को खेले गए मैच में दिल्ली ने 20 ओवर में 162 रन बनाए, जबकि गुजरात ने 163 रन का लक्ष्य 18.1 ओवर में हासिल कर लिया। इससे पहले लखनऊ सुपरजायंट्स ने दिल्ली को उसके पहले मुकाबले में 193 रन का लक्ष्य दिया था, जबकि डेविड वॉर्नर की टीम 143 रन तक ही पहुंच सकी थी।

आगरकर ने मैच के बाद कहा, कि मुझे लगता है कि हम एक टीम के रुप में अच्छा नहीं खेले। हमारा ऊपरी क्रम असफल रहा और कोई भी आवश्यक रन नहीं बना सका। हम दोनों मैचों में ही रन नहीं बना सके। हमें निश्चित ही सुधार करने की जरुरत है, क्योंकि हम इस टूर्नामेंट में कई मजबूत टीमों का सामना कर रहे हैं। दिल्ली की चिंताएं मुख्यत: ऊपरी क्रम से जुड़ी हैं। सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर जहां तेजी से रन बनाने में नाकाम रहे हैं, वहीं पृथ्वी शॉ और सरफराज अहमद तेज गेंदबाजों के आगे संघर्ष करते नजर आए हैं। शॉ ने दो मैचों में क्रमश: 12 और सात रन बनाये हैं। पहले मैच में चार रन का स्कोर बनाने वाले सरफराज ने गुजरात के खिलाफ 30 रन बनाये, लेकिन इसके लिए उन्होंने 34 गेंदें खेलीं।

आगरकर ने शॉ और सरफराज से जुड़े एक सवाल पर कहा, आप एक या दो खिलाड़ियाें की वजह से नहीं हारते। मुझे लगता है कि हम एक टीम के रुप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। हमें इसे स्वीकार करना होगा और अगले मैच में सुधार करना होगा। ये दोनों बल्लेबाज पहले भी अच्छा प्रदर्शन कर चुके हैं। ऐसा नहीं है कि हमारे पास अच्छी टीम नहीं है, हमें बस अपनी योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू करना है। बल्लेबाजों के औसत प्रदर्शन के बावजूद दिल्ली के गेंदबाजों ने बड़ी ही सूझबूझ के साथ 163 रन का बचाव किया। अग्रणी स्पिनर अक्षर पटेल के गेंदबाजी न करने के बावजूद दिल्ली ने गुजरात को 15 ओवर में 117/4 के स्कोर पर रोका हुआ था, लेकिन डेविड मिलर ने 16वें ओवर में मुकेश कुमार के विरुद्ध 20 रन जोड़कर मैच का रुख पलट दिया। अंतत:, गुजरात 11 गेंद रहते हुए लक्ष्य तक पहुंच गया।

आगरकर ने गेंदबाजों के प्रयोग पर कहा, कि स्थिति की बात थी। मैदान पर ओस थी। अंत में दो बाएं हाथ के बल्लेबाज खेल रहे थे और दिल्ली के मैदान पर बड़े शॉट लग सकते थे। ऐसे में अक्षर को गेंद थमाना थोड़ा जोखिम भरा हो सकता था। आगरकर ने इस दौरान युवा गेंदबाज मुकेश कुमार का बचाव किया और कहा कि वह निश्चित ही इस तरह की परिस्थितियों से जरुरी अनुभव हासिल करेंगे।

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