उन्हें स्वर्ण पदक हासिल करने के लिए अधिक होशियार होना होगा। पूर्व विश्व चैंपियन सिंधु पिछले कुछ समय से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रही है। पिछले 18 महीनों में उन्हें चोटों और खराब फॉर्म से जूझना पड़ा।
सिंधु ने कहा, इस बार ओलंपिक में अलग तरह का अनुभव मिलने वाला है,क्योंकि 2016 और 2020 के ओलंपिक पूरी तरह से भिन्न थे। पैरिस ओलंपिक अधिक चुनौतीपूर्ण होगा लेकिन मैं अब अधिक अनुभवी हो गई हूं और इस बार मुझे अधिक होशियारी से खेल खेलना होगा।