लखनऊः मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट की दुनिया का अनूठा बल्लेबाज बताते हुए श्रीलंका के पूर्व करिश्मायी स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने कहा कि विराट कोहली की तुलना उनसे करना मुनासिब नहीं होगा। अपनी फिल्म ‘800’ के प्रमोशन के सिलसिले में यहां आये मुरलीधरन ने शनिवार को एक सवाल के जवाब में कहा ‘‘ विराट ही नहीं बल्कि दुनिया के किसी भी बल्लेबाज की तुलना सचिन से नहीं की जा सकती। वह महान बल्लेबाज रहे हैं। सचिन ने 14 वर्ष की उम्र में रणजी खेलना शुरु किया जबकि मात्र 16 वर्ष की आयु में उन्होने पाकिस्तान के खिलाफ खेल कर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण की उम्र में वकार युनूस जैसे गेंदबाजों का सामना किया। शतकों का शतक लगाने वाले सचिन जैसा प्रतिभाशाली बल्लेबाज सिर्फ एक बार जन्म लेता है। ’’
उन्होने कहा ‘‘ निसंदेह विराट कोहली एक बेहतरीन बल्लेबाज है मगर उनकी तुलना सचिन से करना बेमानी होगा। क्रिकेट के हर दौर में प्रतिभावान खिलाड़ी निकल कर सामने आते हैं मगर उनकी तुलना किसी अन्य से करना मुनासिब नहीं होगा।’’ पांच अक्टूबर से शुरु हो रहे विश्वकप में भारत की संभावनाओ को बेहतर बताते हुये उन्होने कहा कि भारत को अपनी जमीन पर खेलने का फायदा होगा। रविचंद्रन अश्विन भारतीय टीम के लिये तुरुप का इक्का साबित होंगे। कोई फर्क नहीं पड़ता कि उन्हे टीम में अंतिम समय में शामिल किया गया। वह एक बेहतरीन गेंदबाज है जो बल्लेबाज के दिमाग को पढने की क्षमता रखता है और उसे कभी भी परेशानी में डाल सकता है।
उन्होंने कहा कि भारतीय बल्लेबाज और गेंदबाज फार्म में हैं जिनका फायदा टीम को होगा, वैसे इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया की टीमें भी विश्व कप की मजबूत दावेदार हैं जो भारत को कड़ी टक्कर दे सकती हैं। पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश के खिलाड़ी भारतीय उपमहाद्वीप की कंडीशन से भलींभांति वाकिफ है और ये टीमें विश्वकप में चौंका सकती हैं। मुरलीधरन ने अपने क्रिकेट करियर के अनुभव को साझा करते हुये कहा कि 1996 का विश्व कप उनके क्रिकेट करियर का सबसे यादगार लम्हा था जब उनके देश ने विश्वकप अपने नाम किया था। इस बीच श्रीलंका में गृहयुद्ध के हालात ने आम नागरिक की तरह उन्हे भी झकझोरा मगर यह जीवन की सच्चाई है।
श्रीलंकाई पूर्व स्पिनर ने कहा कि उन्हे वीरेन्द्र सहवाग के सामने गेंदबाजी करना चुनौती भरा लगता था। हालांकि उनके करियर में मिले 800 विकेट में से हर विकेट उनके लिये बेशकीमती है। बल्लेबाजों के बारे में बात करें तो अगर उनसे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा और सचिन तेंदुलकर के बीच चुनने का अवसर दिया जाये तो उनकी नजर सचिन पर ही होगी।
उन्होंने कहा कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और हार्दिक पांड्या विश्वकप में विरोधी गेंदबाजों के लिये मुसीबत खड़ी कर सकते हैं। दोनों बेहतरीन फार्म में है और खतरनाक हैं। मुरलीधरन ने कहा कि उनकी आत्मकथा पर आधारित फिल्म ‘800’ सत्य घटनाओं पर आधारित है और उन्हे उम्मीद है कि भारतीय दर्शक फिल्म को थियेटर में जाकर देखना पसंद करेंगे।