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गाबा में 2021 में जो हुआ, यह उसके बारे में सोचने का समय नहीं है: Mitchell Marsh

ब्रिस्बेन : ऑस्ट्रेलिया को 2021 में गाबा में भारत के हाथों हार का सामना करना पड़ा था लेकिन उसके ऑलराउंडर मिशेल मार्श ने गुरुवार को कहा कि यह उस पराजय के बारे में सोने का समय नहीं है तथा इसके बजाय टीम को एडिलेड की तरह वापसी करने की अपनी क्षमता पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के अपने पिछले दौरे में गाबा में खेले गए टेस्ट मैच में ऋषभ पंत और शुभमन गिल की शानदार पारियों के दम पर जीत दर्ज की थी।

यह ऑस्ट्रेलिया की इस मैदान पर 1988 के बाद पहली हार थी। मार्श ने भारत के खिलाफ शनिवार से शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट मैच से पहले ऑस्ट्रेलिया के अभ्यास सत्र के दौरान कहा, ‘‘अतीत में क्या हुआ अभी हमारे पास उसके बारे में सोचने का समय नहीं है। अभी हम केवल उन चीजों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जो वर्तमान में महत्वपूर्ण हैं। पर्थ में पहले टेस्ट मैच में हार के बाद हमने जिस तरह से वापसी की यह उसका एक उदाहरण है।

इसलिए हम निश्चित तौर पर इस सप्ताह अपनी शैली की क्रिकेट खेलने पर ध्यान दे रहे हैं। उन्होंने अपनी फिटनेस के बारे में कहा,‘‘मेरी पीठ में दर्द था लेकिन अभी मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं। मार्श ने पहले दो टेस्ट मैच में बहुत अधिक गेंदबाजी नहीं की लेकिन उन्होंने कहा कि यह टीम की रणनीति का हिस्सा है। इस ऑलराउंडर ने कहा,‘‘श्रृंखला शुरू होने से पहले हमारी रणनीति स्पष्ट थी। मैंने अभी तक उतनी गेंदबाजी नहीं की जितना मैं चाहता था लेकिन हमारा मेडिकल स्टाफ तथा रोनी (कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड) और पैटी (कप्तान पैट कंमिस) मेरी भूमिका को लेकर स्पष्ट हैं।

मार्श ने कहा,‘‘ मुझे उन पर भरोसा है। अभी तक मैंने बहुत अधिक गेंदबाजी नहीं की है लेकिन मैं इस समय वास्तव में अच्छा महसूस कर रहा हूं। पैटी को जब भी मेरी जरूरत होगी मैं गेंदबाजी करने के लिए तैयार हूं। हमारे ऑलराउंडरों को पिछले कुछ वर्षों में ऑस्ट्रेलिया में बहुत अधिक गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिला है। मार्श ने तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड की फिटनेस की स्थिति का स्पष्ट ब्यौरा नहीं दिया जो मांसपेशियों में खिंचाव के कारण दूसरे टेस्ट मैच में नहीं खेल पाए थे। उन्होंने गुरुवार को अभ्यास सत्र के दौरान गेंदबाजी भी नहीं की। उन्होंने कहा,‘‘अब तक जोश का सवाल है तो वह ऐसा खिलाड़ी है जो परेशान नहीं होता तथा मैच में खेलने के लिए जो कुछ संभव है वह करेगा।’

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