Site icon Dainik Savera Times | Hindi News Portal

Virat Kohli: क्या विराट कोहली स्पिन गेंदबाजों को खेलना भूले, 3 साल में 21 बार स्पिन गेंदबाजों के सामने टेके घुटने

Virat kohli vs Spinners: विराट कोहली के स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ पैर कांप रहे हैं। आगे जाएं…या पीछे उन्हें समझ नहीं आ रहा। अपने करियर में स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ कोहली का इतना बुरा हाल शायद ही कभी हुआ हो, जो बीते कुछ सालों से चल रहा। न्यूजीलैंड के खिलाफ पुणे टेस्ट में एक बार फिर विराट कोहली स्पिन गेंदबाज का शिकार बने।

बाएं हाथ के स्पिनर मिचेल सैंटनर की एक फुलटॉस पर स्वीप खेलने की चक्कर में कोहली गच्चा खा गए और गेंद सीधे उनके स्टम्प्स पर जा लगी। कोहली की पारी 1 रन पर खत्म हो गई। उन्होंने 9 गेंदों का सामना किया। इसके बाद कोहली कुछ देर घुटने के बल ही बैठे रहे और फिर भारी कदमों से पवेलियन लौट गए। कोहली ने बेंगलुरु टेस्ट की दूसरी पारी में 70 रन बनाकर फॉर्म में लौटने के संकेत तो दिए थे। लेकिन, पुणे में वो इस सिलसिले को बरकरार नहीं रख पाए थे। बेंगलुरु में भी उन्हें ग्लेन फिलिप्स ने आउट किया था। 

कोहली का स्पिन के खिलाफ संघर्ष अब नासूर बनता दिख रहा। खासतौर पर वो एशियाई पिचों पर स्पिन गेंदबाजों को नहीं खेल पा रहे। 2021 के बाद से वो एशिया में स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ 21वीं बार आउट हुए हैं। कोहली, जो टेस्ट क्रिकेट में 9000 से अधिक रन बना चुके हैं वो बीते 3 साल में स्पिन के खिलाफ रन बनाने में संघर्ष कर रहे। खास तौर से लेफ्ट आर्म स्पिनर अब उनकी कमजोरी बन गए हैं।

कोहली साल 2021 से अब तक 21 टेस्ट पारियों में बाएं हाथ के स्पिनर के खिलाफ सिर्फ 259 रन ही बना पाए। इसमें उनका औसत 28 का रहा है। इन तीन सालों में कोहली लेफ्ट आर्म स्पिनर के खिलाफ अब तक 10 बार अपना विकेट गंवा चुके हैं।

कुल मिलाकर, कोहली इस अवधि में एशियाई कंडीशंस में स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ 606 रन बना पाए हैं, जिसमें औसत 28.85 है – जो उनके करियर में स्थापित उच्च मानकों से काफी नीचे है। जब भारत न्यूजीलैंड के पहली पारी के 259 के स्कोर से उबरने के लिए संघर्ष कर रहा था, कोहली के जल्दी आउट होने से टीम मुश्किल स्थिति में आ गई। दूसरे दिन लंच तक, भारत का स्कोर 107/7 हो गया था और इसके बाद भारतीय टीम 156 रन पर ढेर हो गई।  

Exit mobile version