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हमने पर्थ की निराशा को वहीं छोड़कर ‘बाहर के शोर’ पर ध्यान नहीं दिया: Mitchell Starc

एडिलेड: भारत के खिलाफ गुलाबी गेंद टेस्ट मैच में जीत के नायकों में से एक ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने रविवार को कहा कि उनकी टीम ने श्रृंखला के शुरूआती मैच में अपनी बड़ी हार की निराशा को पर्थ में ही छोड़ने के साथ ‘बाहरी शोर (आलोचना)’ पर ध्यान नहीं दिया।

पांच मैचों की श्रृंखला में पर्थ में खेले गये शुरुआती टेस्ट भारत को पहली पारी में सिर्फ 150 रन पर आउट करने के बावजूद 295 रन की शर्मनाक हार से मेजबान टीम को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था। गुलाबी गेंद से अपने दबदबे को बरकरार रखते हुए बाएं हाथ के तेज गेंदबाज स्टार्क ने दूसरे टेस्ट की पहली ही गेंद पर पर्थ के शतकवीर यशस्वी जयसवाल को आउट करके ऑस्ट्रेलिया को स्वप्निल शुरुआत दिलायी। उन्होंने इस मैच में 108 रन पर आठ विकेट झटक कर शानदार प्रदर्शन किया। पहली पारी में उन्होंने छह विकेट के साथ भारत को बैकफुट पर धकेल दिया था।

स्टार्क ने मैच के बाद कहा, ‘‘ उस मैच के बाद बाहर काफी शोर (आलोचना) था लेकिन हमने पर्थ (की निराशा) को पर्थ में ही छोड़ दिया था। गुलाबी गेंद से अपनी योजना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ मेरे दृष्टिकोण में कुछ भी नहीं बदलता था। मैंने यहां गेंद की लंबाई में थोड़ी बदलाव कर उसे आगे की तरफ रखा था। यह (गुलाबी गेंद) लाल गेंद की तुलना में सफेद गेंद के ज्यादा करीब है। उन्होंने कहा, ‘‘हम बल्ले और गेंद के साथ वास्तव में सकारात्मक रवैया अपनाया था और टीम को इसका फायदा मिला। यह अच्छा है जब गेंद स्टंप पर लगती है।

उन्होंने पहले मैच की हार की निराशा को पीछे छोड़ने के साथ गेंदबाजी में सुधार का श्रेय कप्तान पैट कंमिस को दिया। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं पिछले सात साल से पैट कंमिस से बहुत कुछ सीख रहा हूं। इसलिए मैंने अपनी तरकश में उस गेंद को शामिल किया है जो बाहर से अंदर की तरफ आती है। कंमिस ने भी इस मैच में स्टार्क के प्रभाव की तारीफ की। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ने कहा, ‘‘ वह अद्भुत है। वह एक दशक से अधिक समय से ऐसा कर रहा है। उसके टीम में होने से मैं भाग्यशाली और गौरवान्वित महसूस करता हूं।

उन्होंने कहा, ‘‘ पर्थ में हम अपनी प्रतिभा के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके थे लेकिन इस मैच में हम शानदार रहे। मैंने खुद भी कुछ विकेट चटकाये और यह अच्छा रहा। कंमिस ने कहा कि ट्रेविस हेड की 140 रन की आक्रामक पारी से ऑस्ट्रेलिया को बड़ी बढ़त मिली और इसने मैच का रुख तय किया। उन्होने कहा, ‘‘ हेड को यहां बल्लेबाजी करना पसंद है। जब वह बल्लेबाजी करने आया था तब मैच का रुख किसी ओर भी मुड़ सकता था। उसने इसे हमारे पक्ष में मोड़ दिया।’’उन्होंने जोश हेजलवुड की जगह टीम में आये स्कॉट बोलैंड की गेंदबाजी की भी तारीफ की।

भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि उनकी टीम किसी भी विभाग में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी। उन्होंने कहा, ‘‘ यह हमारे लिए निराशाजनक सप्ताह रहा। ऑस्ट्रेलिया ने हमसे बेहतर खेला। कई बार हम मौके का फायदा उठा सकते थे लेकिन असफल रहे, जिसके कारण हमें मैच गंवाना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘‘हमने पर्थ में जो किया वह बहुत अच्छा था, लेकिन हर मैच में एक नयी चुनौती का सामना करना होता है। अगले टेस्ट में हम पर्थ और पिछले दौरे पर ब्रिसबेन में मिली जीत से प्रेरणा लेकर वापसी की कोशिश करेंगे। श्रृंखला का तीसरा टेस्ट मैच 14 दिसंबर से ब्रिसबेन के गाबा में खेला जायेगा।

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