मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ ‘स्टैंड-अप कॉमेडियन’ कुणाल कामरा की कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर पैदा हुए विवाद के बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में अनुचित टिप्पणियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। फडणवीस ने सदन में इस मुद्दे के उठने के बाद राज्य विधानसभा में कहा कि कामरा का प्रधानमंत्री, भारत के प्रधान न्यायाधीश और न्यायपालिका के खिलाफ ‘‘निम्न-स्तरीय टिप्पणी’’ करने का इतिहास रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उनका काम करने का तरीका प्रचार के लिए विवाद पैदा करना है।’’ फडणवीस ने कहा कि कामरा को अपनी टिप्पणियों के लिए माफी मांगनी चाहिए। मुंबई पुलिस ने एक कार्यक्रम के दौरान महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के लिए कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने पर ‘स्टैंड-अप कॉमेडियन’ कुणाल कामरा के खिलाफ सोमवार को प्राथमिकी दर्ज की। पुलिस ने मुंबई के खार इलाके में स्थित ‘हैबिटेट स्टूडियो’ में कथित रूप से तोड़फोड़ करने को लेकर शिवसेना के करीब 40 कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने रविवार को मुंबई में खार इलाके के उस ‘हैबिटेट कॉमेडी क्लब’ में कथित रूप से तोड़फोड़ की थी, जहां कामरा का कार्यक्रम शूट किया गया था। इस कार्यक्रम में उन्होंने शिंदे पर ‘‘गद्दार’’ शब्द के जरिये कटाक्ष किया था। कामरा ने तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ शिंदे के 2022 में बागी होने का जिक्र करते हुए अपने शो में फिल्म ‘दिल तो पागल है’ के एक गीत का संशोधित संस्करण गाया था। फडणवीस ने कहा कि कामरा ने उपमुख्यमंत्री एवं शिवसेना नेता शिंदे को निशाना बनाया है लेकिन महाराष्ट्र की जनता ने 2024 के विधानसभा चुनाव के जनादेश के जरिए दिखा दिया कि कौन ‘‘खुद्दार’’ है और कौन ‘‘गद्दार’’।
उन्होंने कहा, ‘‘क्या कामरा महाराष्ट्र के लोगों से बड़े हैं?’’ महाराष्ट्र के लोगों ने दिखा दिया है कि शिंदे ही शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की विचारधारा के सच्चे उत्तराधिकारी हैं। फडणवीस ने कहा, ‘‘कामरा का उद्देशय़ लोगों की नजरों में शिंदे को छोटा करना था। विपक्ष इन बातों का समर्थन कर रहा है और सोचने की बात है कि क्या कामरा विपक्ष के साथ मिले हुए हैं। उन्होंने संविधान की उस लाल प्रति के साथ अपनी एक तस्वीर ‘पोस्ट’ की है जिसे राहुल गांधी अपने पास रखते हैं।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जब आप दूसरों की स्वतंत्रता पर हमला करते हैं तो आपकी स्वतंत्रता प्रतिबंधित होती है। अगर आप प्रचार पाने के लिए संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों का सुपारी लेकर अपमान करते हैं तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
‘स्टैंड-अप कॉमेडी’ और व्यंग्य पर कोई आपत्ति नहीं करेगा। अगर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में अनुचित टिप्पणी की जाती है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।’’ इससे पहले, सदन में कामरा से जुड़े विवाद को लेकर हंगामा हुआ तथा शिवसेना के सदस्यों ने ‘स्टैंड-अप कॉमेडियन’ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।शिवसेना नेता अजरुन खोतकर ने इस मुद्दे को उठाया और कामरा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। मंत्री शंभूराज देसाई ने भी खोतकर की मांग का समर्थन किया। सत्तारूढ़ दल के सदस्य खड़े होकर नारे लगाने लगे। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष राहुल नाव्रेकर ने सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी।