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लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरा ‘भगवंत मान सरकार, तुहाडे दुआर’ कार्यक्रम

जालंधर: ‘भगवंत मान सरकार, तुहाडे दुआर’ कार्यक्रम के माध्यम से जनता की समस्याओं को सुनने के प्रयास को शानदार अनुभव बताते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि माझा और दोआबा से बड़ी संख्या में लोगों ने इस विशिष्ट कार्यक्रम में भाग लिया और उनकी शिकायतों का मौके पर ही निपटारा किया गया। इस.

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जालंधर: ‘भगवंत मान सरकार, तुहाडे दुआर’ कार्यक्रम के माध्यम से जनता की समस्याओं को सुनने के प्रयास को शानदार अनुभव बताते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि माझा और दोआबा से बड़ी संख्या में लोगों ने इस विशिष्ट कार्यक्रम में भाग लिया और उनकी शिकायतों का मौके पर ही निपटारा किया गया।

इस दो-दिवसीय कार्यक्रम के दूसरे दिन जालंधर में मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय में विभिन्न विभागों के कामों के त्वरित समाधान की आशा में लोग पहुंचे। मुख्यमंत्री ने भी दूर-दराज से आए लोगों को निराश नहीं किया बल्कि निजी रुचि लेकर उपस्थित अधिकारियों को शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करने के आदेश दिए।

इस कार्यक्रम में केवल जालंधर जिले से ही नहीं बल्कि टांडा, तरन तारन, अमृतसर, होशियारपुर सहित अन्य जिलों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। मुख्यमंत्री ने बारी-बारी से प्रत्येक व्यक्ति से मुलाकात की और धैर्यपूर्वक उनकी समस्याएं सुनीं। कुछ लोग बिजली विभाग से संबंधित मुद्दे लेकर आए थे जबकि कुछ की समस्याएं सिंचाई, शिक्षा और अन्य विभागों से जुड़ी थीं। यहां मौजूद कई लोगों ने इस अनोखे कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री का दिल से धन्यवाद किया।

‘भगवंत मान सरकार, तुहाडे दुआर’ में जनता द्वारा व्यक्त किए गए विश्वास पर संतोष जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब लोगों को अपना काम करवाने के लिए चंडीगढ़ के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे क्योंकि सरकार स्वयं उनके पास आकर मौके पर ही शिकायतों का निपटारा कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दो-दिवसीय कार्यक्रम का जनता ने जोरदार स्वागत किया है और भविष्य में भी इस कार्यक्रम को जारी रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले किसी भी सरकार ने ऐसा कदम नहीं उठाया, जिसके कारण लोग बड़ी संख्या में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह ना सिर्फ जनता की समस्याओं को हल करने में मदद कर रहा है, बल्कि राज्य सरकार की नीतियों के संबंध में जमीनी स्तर पर फीडबैक प्राप्त करने का एक प्रभावी मंच साबित हो रहा है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने जालंधर को अपना कैंप कार्यालय बनाया है ताकि दोआबा और माझा के लोग अपना कामकाज करवाने के लिए सीधे उनके पास पहुंच सकें। उन्होंने कहा कि वे आने वाले समय में भी सप्ताह में दो दिन जालंधर आकर जनता की समस्याएं सुनेंगे।

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