‘पीएम सूर्य घर योजना’ को बढ़ावा देने के लिए अयोध्या, वाराणसी व गोरखपुर में चलेगा बड़ा अभियान

उत्तर प्रदेश को 'उत्तम प्रदेश' बनाने के लिए कृत संकल्प योगी सरकार

लखनऊ: उत्तर प्रदेश को ‘उत्तम प्रदेश’ बनाने के लिए कृत संकल्प योगी सरकार ने प्रदेश में स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने की दिशा में भी बड़े स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए हैं। डबल इंजन की सरकार ने प्रदेश में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए यूं तो कई कार्यक्रम व विभिन्न योजनाओं का संचालन कर रही है, मगर अयोध्या, वाराणसी व गोरखपुर में ‘पीएम सूर्य घर रूफटॉप सोलर योजना’ के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान का संचालन किया जाएगा।

यह जागरूकता अभियान इन्टीग्रेटेड मार्केटिंग कम्यूनिकेशंस (आईएमसी) मॉड्यूल पर बेस्ड होगी। इस कार्य को पूर्ण करने के लिए सीएम योगी के विजन अनुसार जो कार्ययोजना तैयार की गई है उस पर उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा अभिकरण (यूपीनेडा) ने कार्य शुरू कर दिया है। इस 2 महीने चलने वाले वृहद अभियान के उचित संचालन के लिए 2 करोड़ रुपए की धनराशि व्यय की जाएगी और इस कार्य को पूर्ण करने के लिए बाकायदा एक फर्म को इम्पैनल किया जाएगा, जिसकी नियुक्ति व कार्यावंटन की प्रक्रिया यूपीनेडा द्वारा शुरू कर दी है।

व्यापक जन जागरूकता के प्रसार को किया जाएगा लक्षित
उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यूपीनेडा) जन जागरूकता बढ़ाकर प्रदेश के प्रमुख शहरों अयोध्या, वाराणसी और गोरखपुर में प्रधानमंत्री सूर्य घर रूफटॉप सोलर योजना की स्वीकार्यता में बढ़ावा और योजना के अंतर्गत लाभान्वितों की संख्या में तेजी लाना चाहती है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए तथा जनता तक पहुंच बढ़ाने के लिए आईएमसी गतिविधियों को बड़े पैमाने पर चलाया जाएगा। इसमें बैनर प्रदर्शित करना, रणनीतिक स्थानों पर बिलबोर्ड लगाना, बूथ कैंप लगाना, विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और स्कूलों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों और गतिविधियों के साथ-साथ पैम्फलेट वितरण जैसी प्रक्रियाएं शामिल हैं।

रणनीतिक रूप से प्रमुख स्थानों पर बैनर-पोस्टर बिलबोर्ड होंगे प्रदर्शित
यूपीनेडा द्वारा अयोध्या, गोरखपुर और वाराणसी में रेडियो और समाचार पत्रों में विज्ञापन देने के साथ ही अन्य कई माध्यमों से प्रचार-प्रसार को लक्षित किया जा रहा है। इस क्रम में, विकास भवन, डिस्कॉम बिलिंग ऑफिस, डिविजनल ऑफिस व सब स्टेशन, नगर निगम समेत ज्यादा फुटफॉल वाले रणनीतिक रूप से प्रमुख स्थानों पर बैनर, स्टैंडीज, बिलबोर्ड और बूथ कैंप लगाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, 150 ऑटो रिक्शा व 150 ई-रिक्शा व व्हीकल्स के बैकसाइड को कवर किया जाएगा। वहीं, अयोध्या में 4, गोरखपुर में 4 व वाराणसी में 2 वेंडर ट्रेनिंग प्रोग्राम्स का आयोजन किया जाएगा।

10 सूर्य रथ के जरिए प्रसार पर फोकस, ‘सोलर मेला’ भी बनेगा माध्यम
चैंबर ऑफ कॉमर्स, बार एसोसिएशन, रेड क्रॉस व सीए सोसाइटीज में कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूकता फैलाई जाएगी। वहीं, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू), अयोध्या यूनिवर्सिटी, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी तथा अन्य प्रसिद्ध कॉलेजों व स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा तथा प्रोफेसर्स, टीचर्स, स्टाफ व स्टूडेंट्स का सहयोग लिया जाएगा। वहीं, अयोध्या में 3, गोरखपुर में 4 तथा वाराणसी में सोलर एनर्जी इनेबल्ड मोबाइल व्हीकल (सूर्य रथ) को शहर के प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शित किया जाएगा। जरूरत के अनुसार इनके जरिए जरिए डोर टू डोर कैंपेन जैसी प्रक्रियाओं को भी पूर्ण किया जा सकता है। वहीं, तीनों चिह्नित शहरों में सोलर मेला का भी आयोजन किया जाएगा जिसके जरिए केंद्र व राज्य की सौर व अन्य स्वच्छ ऊर्जाओं को बढ़ावा देने वाली योजनाओं से आम जनता को अवगत कराया जाएगा। उल्लेखनीय है कि अयोध्या और वाराणसी को पहले से ही सोलर सिटी के तौर पर विकसित करने की प्रक्रिया जारी है, ऐसे में व्यापक अभियान के जरिए अब गोरखपुर में भी सोलर ऊर्जा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और व्यापक प्रचार-प्रसार का मार्ग प्रशस्त हो गया है।

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