BJP Does Negative Politics : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नकारात्मक राजनीति करती है और विपक्षी नेताओं की छवि खराब करने के लिए साजिश और षड्यंत्र करती है। अखिलेश यादव ने मंगलवार को समाजवादी पार्टी के राज्य मुख्यालय लखनऊ में डॉ. राममनोहर लोहिया सभागार में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसान, नौजवान, गरीब, मध्यम वर्ग सब परेशान हैं। इस सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य व्यवस्था खराब कर दिया और कानून व्यवस्था ध्वस्त है। राज्य में कहने के लिए डबल इंजन की सरकार है, लेकिन भाजपा सरकार की कोई उपलब्धि नहीं है। महंगाई, बेरोजगारी अपने चरम पर है, जिससे राज्य की जनता त्रस्त है।
उन्होंने कहा कि 2027 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का सत्ता से बाहर जाना और समाजवादी पार्टी की सरकार बनना तय है। भाजपा सरकार और इसके मुख्यमंत्री का कोई विजन नहीं है। भाजपा लोकतांत्रिक व्यवस्था को नष्ट कर रही है। सत्ता का दुरुपयोग करती है। अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए प्रशासन का इस्तेमाल करती है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि संभल की घटना भाजपा सरकार ने जानबूझकर करायी है। संभल में प्रशासन ने निदरेष लोगों की जान ली। प्रशासन और अधिकारी दबाव में काम कर रहे है। भाजपा सरकार फर्जी खबरों को बढ़ावा देती है। अपने राजनीतिक लाभ के लिए दूसरों की छवि खराब करने का अभियान चलाती है। भाजपा बहुत षडयंत्रकारी पार्टी है। यह किसी की सगी नहीं है। इस की हर रणनीति चालाकी भरी रहती है, मौका मिलते ही अपना रंग दिखाती है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा जमीन पर कोई कार्य नहीं करती है। काम के बजाय सिर्फ उसका प्रचार करती है। उन्होंने कहा कि 2013 में समाजवादी पार्टी की सरकार में महाकुंभ का सफल आयोजन किया गया था। समाजवादी सरकार में हुए महाकुंभ की देश के साथ विदेश में भी सराहना हुई थी। इस बार कुंभ का पहला स्नान 13 जनवरी 2025 को है, लेकिन अभी तैयारी पूरी नहीं हो पायी। असुविधा और अव्यवस्था की भरमार है। महाकुंभ जैसे पवित्र आयोजन के साथ भी भाजपा सरकार खिलवाड़ कर रही है। इस सरकार का फोकस महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए सुविधा और सहूलियत मुहैया कराने के बजाय अपने प्रचार पर है।
अखिलेश यादव ने कहा कि महाकुंभ एक पवित्र आयोजन है। यहां देश दुनिया के करोड़ों लोग बिना निमंत्रण और आमंत्रण के आते है और संगम में स्नान कर पुण्य अर्जित करते हैं। महाकुंभ में आने वाला हर श्रद्धालु बराबर होता है। भाजपा इसमें भी खास और आम बनाकर भेदभाव कर सामाजिक दूरी करने से बाज नहीं आ रही है।