लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बृहपतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी देश को आर्थिक व सामाजिक रूप से कमजोर कर रही है। यादव ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, भारतीय जनता पार्टी ने देश को आíथक और सामाजिक रूप से कमजोर किया है। समाज में नफरत फैलाने के कारण देश कमजोर हो गया है। उनका (भाजपा का) आचरण, भाषा और व्यवहार समाज को कमजोर कर रहा है और दरार पैदा कर रहा है। उन्होंने बाजार को संभालने में कथित विफलता के लिए भाजपा की आलोचना करते हुए कहा, भाजपा ने बाजार दूसरों को सौंप दिया है। जब बाजार आपके हाथ में नहीं रहेगा, तो कौन व्यापार करेगा? दूसरे लोग हमारे देश में आ रहे हैं और हमारे पूरे बाजार पर कब्जा कर रहे हैं।
यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हालिया बयानों पर कटाक्ष करते हुए उन्हें ‘तीस मार खां’ (ऐसा व्यक्ति, जो बिना किसी आधार के अपने कार्यों का बखान करता है) कहा। उन्होंने कहा, हमारे मुख्यमंत्री तीस मार खां हैं। मैं तीस मार खां इसलिए कह रहा हूं क्योंकि उन्हें 30 का आंकड़ा बहुत पसंद है। कितने मरे, 30, कितना कारोबार हुआ, 30 करोड़। इस तरह का ‘तीस मार खां’ वाला हिसाब हमारे मुख्यमंत्री के अलावा कोई नहीं दे सकता। पूर्व मुख्यमंत्री हाल ही में महाकुंभ के दौरान भगदड़ में 30 लोगों की मौत और आयोजन से हुई कमाई का जिक्र कर रहे थे।
मुख्यमंत्री योगी ने हाल ही में विधानसभा सत्र के दौरान दावा किया था कि प्रयागराज में एक नाविक ने महाकुंभ के दौरान 30 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया है। यादव ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के उस बयान पर भी सवाल उठाया, जिसमें प्रयागराज में लाखों छात्रों ने कुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को मोटरसाइकिल पर बैठाकर पैसे कमाए।
यादव ने कहा, मुख्यमंत्री कहते हैं कि उन्होंने इलाहाबाद में सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे लाखों युवाओं को रोजगार मुहैया कराया। कोई मुझे बताए कि सरकार ने कब फैसला किया कि निजी वाहनों का इस्तेमाल व्यावसायिक वाहनों के रूप में किया जा सकता है? और इसका मतलब है कि युवाओं को अब 144 साल बाद रोजगार मिलेगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा पर खासकर मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाकर नफरत और दुष्प्रचार फैलाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, मैं सभी लोगों को बताना चाहता हूं कि अभी वे (भाजपा सरकार) मुस्लिम समुदाय के प्रति नफरत फैला रहे हैं। आने वाले समय में वे पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) परिवार के प्रति नफरत फैलाएंगे। यादव ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में सत्ता में लौटेगी।