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बदलते मौसम के साथ बढ़ने लगा डेंगू का खतरा, 20 पहुंचा मरीजों का आंकड़ा

नोएडाः मौसम ने करवट लेनी शुरू कर दी है। होली के बाद से ही पारा धीरे-धीरे बढ़ने लगा है और इस बढ़ते पारे के साथ ही अब कई बीमारियां नोएडा में दस्तक दे चुकी है। अभी तक लोग इनफ्लुएंजा वायरस से पूरी तरीके से उबर नहीं पाए थे और अब डेंगू और मलेरिया लोगों को झेलना पड़ रहा है। पतझड़ के बाद अब जगह-जगह पेड़ पत्तियों के मलबे समेत गंदगी का अंबार है, जिसकी वजह से मच्छर मक्खी पनप रहे हैं और बीमारियों को बढ़ा रहे हैं। इनको देखते हुए अब संबंधित अथॉरिटी ने भी अपना काम शुरू कर दिया है और कोशिश की जा रही है कि कूड़ा और करकट जमा ना हो पाए। साथ ही जगह-जगह डेंगू के मच्छरों को मारने का छिड़काव भी किया जाए। ताकि डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ ना सके।

गौतमबुद्ध नगर में बीते 10 दिनों में 4 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही जिले में मरीजों का अकड़ा 20 तक पहुंच गया है। वहीं कई सोसाइटियो में जहां पर पानी भरा है, वहां पर मलेरिया विभाग ने नोटिस जारी कर जल्द से जल्द साफ सफाई करने के निर्देश दिए हैं और ऐसा न करने पर जुर्माना लगाने की बात भी कहीं है। अलग-अलग जगहों पर लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है और साथ ही यह भी कोशिश की जा रही है कि लोग कहीं भी खुले में ज्यादा दिनों तक पानी ना भरने दें और उनमें डेंगू और मलेरिया के मच्छर न पनप सके। जैसे-जैसे तापमान 18 डिग्री सेल्सियस के ऊपर जाने लगा है वैसे ही अब मच्छर और मक्खी सक्रिय हो गए हैं और डेंगू और मलेरिया का खतरा भी लगातार बढ़ गया है।

गौतमबुद्ध नगर की सहायक मलेरिया अधिकारी श्रुति ने बताया कि पिछले 10 दिनों में 4 और डेंगू के मरीज मिले हैं। इस बार जनवरी में 13 और फरवरी में 3 मामले सामने आए हैं। इनमें से 9 सरकारी अस्पताल और अन्य निजी अस्पताल के हैं। उन्होंने बताया कि तापमान धीरे-धीरे बढ़ रहा है जिसकी वजह से मच्छर और मक्खी सक्रिय हो रहे हैं। जबकि पिछले वर्ष इस समय के अंतराल में डेंगू का सिर्फ एक ही मरीज मिला था। सभी निजी अस्पतालों को डेंगू के संदिग्ध मरीज आने पर तुरंत स्वास्थ विभाग को जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है।

लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ जगह जगह जहां पर भी जलभराव है या जहां पर भी डेंगू मलेरिया का लारवा मिलने की संभावना है वहां पर टीम जाकर संबंधित को नोटिस जारी कर रही है और अगर जल्द वहां की सफाई नहीं की गई तो जुर्माना भी लगाने का काम किया जाएगा। बढ़ते डेंगू के मामले को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर के स्वास्थ्य विभाग ने भी कमर कसनी शुरू कर दी है। उन्होंने यह भी कोशिश की है कि कि लोगों को डेंगू और मलेरिया से बचाया जा सके। जिला अस्पताल और चाइल्ड पीजीआई में सेनेटिनल लैब बनाई गई है। अगर किसी निजी अस्पताल में डेंगू का कोई संदिग्ध मामला आता है तो अस्पताल को जांच के लिए संदिग्ध सैंपल सेनिटेनल लैब में भेजना होगा।

डेंगू की पुष्टि होने के बाद ही डेंगू कंफर्म माना जाएगा। इसके लिए जिले भर के सभी निजी अस्पतालों को सूचना जारी कर दी गई है और उन्हें बताया गया है कि अगर आपके यहां कोई भी डेंगू का मरीज आता है और उसमें डेंगू के लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत स्वास्थ विभाग को उसकी जानकारी उपलब्ध कराएं। अगर ऐसा नहीं कराया गया तो फिर उस निजी अस्पताल पर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कार्रवाई भी की जा सकती है। इसके साथ साथ स्वास्थ विभाग ने बड़ी-बड़ी सोसायटियों में भी जागरूकता अभियान शुरू कर दिए हैं और सोसाइटी के मेंटेनेंस डिपार्टमेंट को यह निर्देश दिया गया है कि उनके सोसाइटी के बेसमेंट में या जिन जगहों पर पानी भरने की गुंजाइश है, उन्हें लगातार चेक किया जाए और वहां पर डेंगू और मलेरिया के लार्वा को पनपने ना दिया जाए।

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