लखनऊः आश्रय गृह में रहने वाली 19 साल की एक किशोरी के साथ मंगलवार शाम सामूहिक दुष्कर्म किया गया, जब वह पास की दुकान से कुछ खरीदने गई थी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एक नाबालिग समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पीड़िता ने उनकी शिनाख्त कर ली है। गिरफ्तार लोगों में 19 वर्षीय अनिरुद्ध चौधरी और 28 वर्षीय अभिमन्यु शाह शामिल हैं। दोनों की फुटपाथ पर छोटी-छोटी दुकानें हैं। अपराध में शामिल एक नाबालिग को भी बाल सुधार गृह भेजा गया है।
एडिशनल डीसीपी, ईस्ट जोन, सैयद अली अब्बास ने कहा कि पीड़िता अपने शेल्टर होम के पास कुछ सामान खरीदने गई थी और वापस शेल्टर होम का रास्ता भूल गई। पुलिस ने कहा कि लड़की को सॉफ्ट टॉय बेचने वाली एक दुकान मिली और सॉफ्ट टॉय का लालच दिया। दुकान पर नाबालिग लड़के ने उसे एक छोटा सा खिलौना दिया और उसे एक सुनसान जगह पर ले गया, जहां उसने उसके हाथ-पैर बांध दिए और फिर उसके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया।
पीड़िता ने पुलिस को बताया, कि मुझे होश आया और मैंने खुद को एक गंदे कमरे में पाया और खिलौना बेचने वाले के अलावा दो और बुजुर्ग शामिल थे और उन्होंने मुझ पर हमला कर दिया। वह किसी तरह खुद को छुड़ाने में सफल रही और एक अंडर ब्रिज पर पहुंची, जहां उसने एक पुलिस गश्ती दल को देखा और उन्हें आपबीती सुनाई। पीड़िता ने पुलिस को प्राथमिकी में अपनी आपबीती सुनाई और एक महिला अधिकारी मुङो अस्पताल ले गई। एडीसीपी अब्बास ने कहा कि उसे तीन दिन पहले गोमती नगर के एक अन्य आश्रय गृह से आश्रय में लाया गया था। उन्होंने कहा, कि हमें अभी उसके इतिहास के बारे में जानना बाकी है क्योंकि वह सदमे की स्थिति में है।