Keshav Prasad Maurya : उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी पर बड़ा हमला करते हुए दावा किया है कि 2047 तक उत्तर प्रदेश की सत्ता पर मुलायम सिंह यादव की सल्तनत को कोई वारिस सत्ता में नहीं आएंगा। इटावा में केंद्रीय बजट 2025 पर चर्चा कार्यक्रम में शामिल होने आए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा है कि सपा प्रमुख प्रमुख अखिलेश यादव को भाजपा का फोबिया हो गया है वो 2027 में सत्ता में आने का सपना देख रहे है लेकिन मैं दावे से कह सकता हूं कि 2047 तक मुलायम सिंह यादव की सल्तनत का कोई भी व्यक्ति उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री नहीं बन सकता।
केशव मौर्य ने कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव को दृष्टि दोष है, मानसिक दोष है उससे छुटकारा पाने के लिए किसी अच्छे डॉक्टर से दवा ले ले। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट को लेकर कहा कि विपक्ष ने बजट को पढ़ा नहीं समझा नहीं है इसलिए अनर्गल प्रलाप कर रहे है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शानदार कुंभ चल रहा है, एक दुर्घटना हो गई जिसको लेकर अखिलेश यादव कल्पना कर रहे थे कि दुर्घटना हो जाए और उनको मुद्दा मिल जाए। अखिलेश यादव कुंभ को लेकर रोज ऐसा बयान दे रहे थे जिससे माहौल बिगड़ जाए। अखिलेश यादव को सत्ता में न होने की बेचैनी है।
कुंभ की दुर्घटना को लेकर श्री मौर्य ने कहा कि जहां 500 लोगों की जगह होती है वहां 5000 लोग आ जाए तो असुविधा होती है उसका हमे खेद है। लोगो को काफी कठिनाई हुई, लोगो को पैदल चलना पड़ा उसके बाद भी कुंभ जाने वालो का तांता लगा हुआ है। कुंभ से लगभग 03 लाख करोड़ का अर्थव्यवस्था में उछाल आया है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को उनका हक नहीं मिल रहा , वक्फ बोर्ड के नाम पर कुछ लोगों का कब्जा है।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मुसलमानों को उनका सही हक नहीं मिल रहा है। वक्फ बोर्ड पर कुछ लोगों का कब्जा है। इसी लिए सरकार वक्फ बोर्ड को समाप्त करना चाहती है। वक्फ बोर्ड के लिए बिल इसी कारण लाया गया है लेकिन तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले उसमें अड़ंगा लगाने का काम कर रहे है।
सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा सरकार के समय कहा जाता था जिस गाड़ी में सपा का झंडा उस गाड़ी में बैठा गुंडा। उप चुनाव में साइकिल को पंचर कर दिया है, मिल्कीपुर जीत लिया है, अगले चुनाव में करहल भी जीतेंगे और सैफई भी जीतेंगे। महाकुंभ में अब तक 50 करोड़ से ज्यादा लोग स्नान कर चुके है, सरकार ने पूरी व्यवस्था की थी लेकिन अनुमान से ज्यादा भीड़ आ गई जिससे व्यवस्था छोटी पड़ गई।