कानपुरः कानपुर देहात के अमरोधा कस्बे में बृहस्पतिवार को तड़के 83 वर्षीय एक व्यक्ति और उसके बेटे की ‘लिव इन’ साथी की धारदार हथियार से कथित तौर पर हत्या कर दी गई। पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मृतक व्यक्तियों की पहचान राम प्रकाश द्विवेदी (83) और खुशबू (30) के रूप में की गई है। मृतक राम प्रकाश द्विवेदी का बेटा विमल द्विवेदी (63) इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गया। कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक बी बी जी टी एस मूर्ति ने बताया कि इस घटना की सूचना पर पुलिस ने विमल द्विवेदी के दो बेटों- अक्षत द्विवेदी (18) और उसके सौतेले भाई ललित द्विवेदी (42) को हिरासत में ले लिया।
ये दोनों गिरफ्तारी से बचने के लिए हरियाणा या मध्य प्रदेश भागने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने बताया कि अक्षत और ललित, विमल के मकान में घुसे और राम प्रकाश तथा खुशबू की पिटाई की। इसके बाद इन्होंने दोनों पर धारदार हथियार से हमला किया जिससे राम प्रकाश और खुशबू की मृत्यु हो गई। घटना के समय दिव्यांग व्यक्ति मुन्ना ने विमल को भागने का प्रयास करते हुए देखा और विमल के बड़े भाई को बुलाया जो पास ही एक मकान में रहते हैं। उन्होंने बताया कि घायल विमल को जिला अस्पताल ले जाया गया जहां से उसे कानपुर में लाला लाजपत राय अस्पताल भेज दिया गया। उसकी हालत गंभीर बताई जाती है।
इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने फारेंसिक विशेषज्ञों को साक्ष्य एकत्रित करने के लिए बुलाया। जांच के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि विमल खुशबू के साथ ‘लिव इन रिलेशनशिप’ में था जिससे परिवार में कलह हुई और आवेश में आकर अक्षत और ललित ने अपने पिता और अन्य पर हमला किया। अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार पांडेय ने कहा कि शुरुआत में अक्षत और ललित ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन कड़ाई से पूछताछ के दौरान उन्होंने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।