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नेता जी ने कमजोर, वंचितों को राजनीति में किया स्थापित : प्रो. रामगोपाल यादव

इटावाः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने मंगलवार को कहा कि नेता जी (मुलायम सिंह यादव) की आज पहली पुण्यतिथि है और उन्हें किसानों, दलितों, मजलूमों के मसीहा कहे जाते थे। प्रो. रामगोपाल ने कहा किसानों, दलितों, मजलूमों के मसीहा कहे जाने वाले जननायक नेताजी मुलायम सिंह यादव की आज पहली पुण्यतिथि है। हर कोई उन्हें अपने-अपने तरह से स्मरण करने में जुटा हुआ है। नेताजी से जुड़ी हुई स्मृतियों को हर कोई उनकी पुण्यतिथि पर ताजा कर रहा है चाहे कोई छोटा हो या कोई बड़ा हर कोई नेताजी से जुड़े हुए विचारों को साझा करने में लगा हुआ है। नेताजी के चचेरे भाई और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रो. यादव नेताजी से जुड़ा हुआ एक पुराना संस्मरण याद करते हुए बताते हैं कि भारतीय राजनीति के महत्वपूर्ण स्तंभ रहे नेताजी उनके विचारों ने और संघर्षों ने कमजोर और वंचितों को समाज से उपेक्षित लोगों को उनको लड़ने की ताकत दी। उनको सत्ता के दरवाजे तक पहुंचाया, आज जिस तरह का आतंक फ़ैला हुआ है। उसमें आज सभी लोग उनको याद कर रहे हैं, हम सभी मिस कर रहे हैं कि नेताजी के रहते इस तरह की बात कभी नहीं हो सकती थी।

समाजवादी पार्टी उनके विचारों पर चलकर जो अन्याय हो रहा है उसके खिलाफ संघर्ष अवश्य करेगी। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता पूर्व मंत्री अशोक यादव ने कहा कि मैं 12 साल समाजवादी पार्टी की इटावा इकाई के अध्यक्ष रहा हूं। अपने कार्यकाल के दौरान जो कुछ मैंने देखा और महसूस किया है, नेताजी हमेशा लोगों से दिल खोल करके मिलते रहे। लोगो की शिकायतों को सुन कर उनकी समस्या को निपटाने में नेता जी हमेशा आगे आते रहते थे। पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री अशोक यादव ने बताया कि नेता जी बहुत यादें जुड़ी है। उन्होंने कहा कि मैं 12 साल जिला अध्यक्ष रहा उनके साथ कार से लेकर हेलीकॉप्टर तक बैठा हमेशा लोगों की मदद करते थे। उन्होंने कभी दल जाति कुछ नही देखा लोगों की मदद करते रहे। जो भी पीड़ति आया उसका काम किया। इसीलिए लोग देश में उनको धरती पुत्र का नाम दिया। देश का कोई भी नेता हो चाहे प्रधानमंत्री हो मुलायम सिंह को नेता जी के नाम से ही पुकारता है। नेता जी एक छोटे से गांव एक गरीब परिवार से निकलकर देश के रक्षा मंत्री तक बने।

सोलह साल की उम्र में क्रांतिकारी हो गए थे, जेल गए उसके बाद लोहिया जी के चुनाव में गए से उनसे मिले। छोटी उम्र से ही उन्होंने काम शुरू किया। जिस वक्त पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और कांग्रेस का परचम लहरा रहा था। ऐसे में नेता जी ने कुआं खोदा और उस समाजवाद के पानी पूरे देश प्रदेश के लोगों को पिलाया है। जो वो सिद्धांत प्रतिपादित करके गए है किसान, महिलाओं, जवानों, युवाओं के लिए इतने काम है कि गिनाए नही जा सकते है। नेताजी की पुण्यतिथि पर हजारों की ताकत में समाजवादी पार्टी के नेता कार्यकर्ता सैफई में जुटे। नेता, कार्यकर्ताओं नेताजी की समाधि पर पहुंच करके उनको पुष्पांजलि भेंट करके नमन और याद किया है।

श्रद्धांजलि सभा मंच से कई कलाकारों ने नेताजी से जुड़े हुए सांसदों को गायन विद्या के जरिए लोगों के समक्ष पेश किया है। गायन विद्या के जरिए नेताजी के सांसदों को पेश करने वालों में कई नामी कलाकार और समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के पदाधिकारी रहे हैं। समारोह के आखिरी में दो मिनट का मौन रख करके नेताजी मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि दी। इससे पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निजी आवास पर नेताजी की याद में एक शांति हवन का आयोजन किया गया जिसमें समाजवादी परिवार के सभी राजनीतिक, गैर राजनीतिक पर सदस्य शामिल हुए।

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