नई दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत के हालिया बयान पर स्वामी रामभद्राचार्य ने प्रतिक्रिया दी है। मोहन भागवत ने कहा था कि मंदिर-मस्जिद से जुड़ा मुद्दा कुछ लोग इसलिए उठाते हैं ताकि वे खुद को हिंदुओं के नेता के रूप में स्थापित कर सकें, विशेष रूप से राम मंदिर के संदर्भ में। इस पर स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि यह मोहन भागवत का व्यक्तिगत बयान हो सकता है, और इसे हिंदू धर्म से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।
मोहन भागवत के बयान पर भड़के जगद्गुरु
आपको बता दें कि स्वामी रामभद्राचार्य ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मोहन भागवत का बयान उनका व्यक्तिगत हो सकता है, और इससे उनका या उनके अनुयायियों का कोई संबंध नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मोहन भागवत हिंदू धर्म के नहीं, बल्कि RSS के संचालक हैं। स्वामी रामभद्राचार्य ने यह भी कहा कि उनका ध्यान हमेशा धर्म के अनुशासन और सत्य पर केंद्रित रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जहां-जहां हिंदू धर्म के प्रमाणित स्थल हैं, वहां वे और उनके अनुयायी हमेशा मौजूद रहेंगे।
#WATCH Mumbai | On RSS chief Mohan Bhagwat’s statement, Spiritual leader and scholar Jagadguru Rambhadracharaya says,”…He can be the chief of an organisation but he is not the leader of Hindu religion that we have to listen to him…He is not responsible for Hinduism, it is the… pic.twitter.com/B7eCIYt7Oy
— ANI (@ANI) December 24, 2024
प्राचीन मंदिरों के पुनर्निर्माण की योजना
स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि जब भी प्राचीन मंदिरों के प्रमाण मिलेंगे, वे उन्हें फिर से स्थापित करने की कोशिश करेंगे। उन्होंने इसे कोई नई कल्पना नहीं, बल्कि सत्य के आधार पर संस्कृति और धर्म का संरक्षण बताया। वहीं उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा में मारे गए लोगों को लेकर स्वामी रामभद्राचार्य ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को एकजुट रहना चाहिए और उनका ध्रुवीकरण नहीं होना चाहिए।
बांग्लादेशी हिंदूओं पर बयान
बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के बारे में स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि सरकार इस पर कदम उठा रही है, लेकिन अब और कठोर कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वे इस मुद्दे पर कठोर रुख अपनाएं।
कुंभ मेला और राम कथा पर खुशी जताई
स्वामी रामभद्राचार्य ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले कुंभ मेला आयोजन पर खुशी जाहिर की और इसे धार्मिक महत्वपूर्ण आयोजन बताया। साथ ही, उन्होंने मुंबई के कांदिवली स्थित ठाकुर विलेज में होने वाली भव्य राम कथा के आयोजन का भी जिक्र किया। स्वामी ने कहा कि यह आयोजन धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए किया जा रहा है और यह श्रद्धालुओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का एक पवित्र अवसर होगा। बता दें कि इस आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, और स्वामी रामभद्राचार्य महाराज सात दिनों तक कथा सुनाएंगे।