प्रयागराज (उप्र): महाकुंभ मेले में अपने परिजनों से बिछड़े लोगों को मिलाने में खोया-पाया केंद्रों के अलावा रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) की भी अहम भूमिका रही है। तेरह जनवरी के स्नान पर्व से अभी तक आरपीएफ ने 289 बिछड़े लोगों को उनके परिजनों से मिलाया है।
उत्तर मध्य रेलवे के पुलिस महानिरीक्षक (आरपीएफ) अमिय नन्दन सिन्हा ने बताया कि मेला शुरू होने के दिन से अभी तक प्रयागराज परिक्षेत्र के सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों जैसे-प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, नैनी, प्रयागराज छिवकी स्टेशन परिसर में अपनों से बिछड़े 289 लोगों को उनके परिजनों से मिलाया गया है।
प्रयागराज जंक्शन पर आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक शिव कुमार ने बताया कि महाकुंभ मेला शुरू होने के पहले से ही आरपीएफ के सभी जवानों को श्रद्धालुओं की सुरक्षा के साथ ही हर परिस्थिति में उनकी मदद करने का प्रशिक्षण दिया गया था।
उन्होंने बताया कि इस दिशा में स्टेशन और ट्रेन में यात्र के दौरान भारी भीड़ में अपने परिजनों से बिछड़े 289 लोगों को उनके परिजनों से मिलाया गया। उनके अनुसार बिछड़े लोगों में बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग शामिल थे।
शिव कुमार ने बताया कि बिछड़े लोगों को उनके परिजनों से मिलाने के लिए विशेष टीम के गठन के साथ ही भूले बिछड़े सहायता केंद्र भी बनाये गये हैं जहां विभिन्न भाषाओं की जानकारी रखने वाले आरपीएफ र्किमयों को तैनात किया गया है।