नई दिल्ली: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ना केवल एक ट्रिलियन इकोनॉमी का लक्ष्य प्राप्त करेगा बल्कि इससे कहीं बेहतर प्रदर्शन करेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति सुदृढ हुई है, निवेश आ रहा है, विकास का माहौल तैयार हुआ है, इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित हो रहा है और प्रदेश में बीते नौ वर्षों में विकास की क्रांति आकार ले रही है। उक्त बातें केंद्रीय सड़क परिवहन, राज्य मार्ग एवं नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जनरल डॉ वीके सिंह ने जेएनयू कन्वेंशन सेंटर में यूपी @ ट्रिलियन अभियान: ”उत्तर प्रदेश सुदृढ़ अर्थव्यवस्था की ओर” पुस्तक का विमोचन करते हुए कही।
अपने संबोधन में जनरल वीके सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विकसित देश बनने की ओर अग्रसर है। भारत के विकास के लिए उत्तर प्रदेश का आर्थिक रूप से मजबूत होना अति आवश्यक है। यूपी देश का सर्वाधिक आबादी वाला राज्य है। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने से पहले यूपी का क्या हाल था, यह किसी से छिपा नहीं है। कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर थी। निवेशक राज्य से बाहर जा रहे थे। विकास के पैमाने पर यूपी पिछडा था। इसलिए इसे बीमारू राज्य कहा जाता था। मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर की, जिसके सकारात्मक परिणाम अब सामने आने लगे हैं। जिन निवेशकों का भरोसा यूपी के ऊपर से उठ गया था। जो निवेशक यूपी से बाहर जा चुके थे वो अब दोबारा निवेश कर रहे हैं। योगी राज में यूपी बीमारु राज्यों की श्रेणी से निकलकर अग्रणी राज्य बन गया है। आज यूपी अगर ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में 12वीं से दूसरे नंबर तक पहुंचा है जो इसका पूरा श्रेय योगी आदित्यनाथ को जाता है।
उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने यूपी से भ्रष्टाचार का सफाया कर दिया है। स्कूलों का कायाकल्प किया है। आज यूपी के सरकारी स्कूल के बच्चे भी अंग्रेजी में बात करते हैं। कोरोना काल में यूपी का दमखम पूरी दुनिया ने देखा। जब 26 लाख श्रमिक यूपी में आए तो यूपी सरकार ने ना केवल उनके घर तक पहुंचाया बल्कि उनके लिए रोजगार की भी व्यवस्था की। एक जिला, एक उत्पाद की वजह से जिलों में कुशल कामगारों के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित हुए हैं।