आगरा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने व निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने की योजना पर मंथन करने रविवार को आगरा पहुंचे। दुनिया में अपने नवाचार से डिजिटल अर्थव्यवस्था में लोहा मनवा चुके 100 यूनिकॉर्न रविवार को ताजनगरी में जुटे। होटल अमर विलास में आयोजित यूनिकॉर्न कंपनीज के कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए करते हुए सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के युवा जॉब क्रिएटर बनने पर फोकस करें। पहले यूपी में अवसर नहीं थे, लेकिन प्रतियोगी छात्रों ने आइडिया पर काम किया है। जो पहले टेक्नोलॉजी में आगे थे, वह स्टार्टअप में भी आगे हैं।
उन्होंने कहा कि ग्रोथ इंजन के तौर पर युवाओं ने प्रेरणा के रूप में काम किया है। हर क्षेत्र में बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की जा सकती है। मुख्यमंत्री ने बताया कि 2019 में बुंदेलखंड प्रवास के दौरान पांच महिलाएं मेरे पास आईं। उन्होंने नौकरी की मांग की, किसी ने बताया कि वे पांचवीं पास हैं। इस पर राज्य सरकार ने पहल की। मिल्क प्रोडय़ूसर का गठन किया गया, उनकी ट्रेनिंग कराई, फिर कार्य प्रारंभ कराया गया। आप आश्चर्य करेंगे कि उनका टर्नओवर 1500 करोड़ का है और इससे 42 हजार महिलाएं जुड़ी हैं। उससे भी अच्छा कार्य आगरा की मिल्क प्रोडय़ूसर कर रही हैं।
सीएम योगी ने कहा कि यूपी केवल कृषि ही नहीं, बल्कि सनातन-ज्ञान और परंपरा की भी भूमि है। यूपी में निवेश को बढ़ावा देने को लेकर यहां कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया है। इसमें देशभर के यूनिकॉर्न कंपनी के लोग विचारों का आदान-प्रदान कर रहे हैं। कोई भी यूनिकॉर्न कंपनी बिना निवेशकों के आगे नहीं बढ़ती है। उन्होंने कहा कि विचारों की परंपरा प्राचीन काल से है। वाल्मीकि रामायण का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसके लोकप्रिय होने का कारण महर्षि वाल्मीकि की व्यावहारिक समझ थी। रामायण की रचना से पहले उनके मन में नोक आ रहा था। वे नारद जी के पास गए, तब नारद जी ने भगवान श्रीराम को आधार रखने की सलाह दी। महर्षि ऐसा करके ही रामायण की रचना की। अगर विचारों का आदान-प्रदान नहीं होता तो रामायण नहीं रची जाती। आप लोगों के विचारों का आदान-प्रदान एक नई रामायण की आधारशिला जैसा है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी वाला राज्य बनाने के प्रयास चल रहे हैं। स्टार्टअप की संस्कृति को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नया आयाम दिया है। पहले सिस्टम के प्रति विश्वास नहीं था, लेकिन अब वह भी पैदा हुआ है। पीएम ने स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया, मेक इन इंडिया की भावना को आगे बढ़ाया। अब देश में इस दिशा में बहुत अच्छे कदम उठाए गए हैं। भारत सरकार ने इस मुद्दे पर हमेशा लोगों को प्रोत्साहित किया है। आप में से भी बहुत से लोगों ने स्टार्टअप इंडिया से बहुत कुछ सीखा होगा। पीएम मोदी ने जो उस समय युवाओं के बारे में कहा था कि हमारा युवा अब जॉब सीकर नहीं, जॉब क्रिएटर बनेगा। स्टार्टअप इंडिया दुनिया में पहचान बना चुका है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हमारे देश में अनेक यूनिकॉर्न हैं। उत्तर प्रदेश ने भी काफी कदम उठाए हैं। यूपी में 14 हजार से अधिक स्टार्टअप हैं। सात हजार ऐसे हैं, जो महिलाओं के हैं। इन्होंने जीवन के अलग-अलग फील्ड में कुछ नया करके दिखाया है। उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में फिजिक्स वाला यूनिकॉर्न बन गया। तीन वर्ष पहले मुलाकात हुई थी, तब मैंने पूछा था। अवसर पहले भी थे, लेकिन देखते ही देखते यूपी के प्रतियोगी छात्रों ने इसे हाथों हाथ लिया। जहां लोग तकनीक के बारे में कम जानते हैं, वहां भी लोग फिजिक्स वाले को जानते हैं। यह दिखाता है कि इनोवेटिव आइडियाज के साथ तकनीक जुड़ती है तो परिणाम आते हैं।